महाराष्ट्र में पौने नौ करोड़ वोटर : ठाणे में सबसे ज्यादा, तो रत्निगिरी में सबसे कम मतदाता

Lowest voter in Ratnagiri, highest in Thane - Near nine crores voters in Maharashtra
महाराष्ट्र में पौने नौ करोड़ वोटर : ठाणे में सबसे ज्यादा, तो रत्निगिरी में सबसे कम मतदाता
महाराष्ट्र में पौने नौ करोड़ वोटर : ठाणे में सबसे ज्यादा, तो रत्निगिरी में सबसे कम मतदाता

डिजिटल डेस्क, मुंबई। लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र के 48 चुनाव क्षेत्रों के करीब पौने नौ करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। मतदाताओं की संख्या के हिसाब से ठाणे राज्य का सबसे चुनाव क्षेत्र है। वही रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग में महिला मतदाताओं की संख्या राज्य के दूसरे हिस्सों के मुकाबले ज्यादा है। रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग चुनाव क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 14 लाख 40 हजार है जिनमें से 7 लाख 35 हजार 597 महिलाएं हैं। ठाणे चुनाव क्षेत्र में 23 लाख से ज्यादा मतदाता हैं जिनमें 12 लाख 60 हजार से ज्यादा पुरुष हैं। राज्य में 11, 18, 23 और 29 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह तैयार है। करीब छह लाख कर्मचारियों की मदद से चुनावी प्रक्रिया पूरी की जाएगी। राज्य में पुरुष मतदाताओं की संख्या 4 करोड़ 57 लाख से ज्यादा जबकि 4 करोड़ 16 लाख से अधिक महिला मतदाता हैं। 

राज्य की 9 सीटें आरक्षित

राज्य में नंदुरबार, गडचिरोली-चिमूर, दिंडोरी, पालघर सीटें अनुसूचित जाति-जनजाति जबकि अमरावती, रामटेक, शिर्डी, लातूर और सोलापुर अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं।  

नागपुर समेत कई क्षेत्रों में 20 लाख से ज्यादा मतदाता

पुणे जिले के मावल चुनाव क्षेत्र में तरीब 22 लाख से ज्यादा, शिरूर व नागपुर में 21 लाख से ज्यादा, पुणे, बारामती में में 20 लाख से ज्यादा मतदाता हैं। मुंबई उत्तर क्षेत्र में 16 लाख से ज्यादा मतदाता है जबकि मुंबई उत्तर दक्षिण क्षेत्र मतदाताओं की संख्या 16 लाख 98 हजार है। मुंबई उत्तर पूर्व चुनाव क्षेत्र 15 वाख 58 हजार, मुंबई उत्तर मध्य क्षेत्र में 16 लाक 48 हजार और मुंबई दक्षिण मध्य में 14 लाख 15 हजार मतदाता हैं। 

चुनाव क्षेत्र के मुताबिक मतदाताओं की संख्या 

नंदूरबार-18 लाख 50 हजार, धुले-18 लाख 74 हजार, जलगांव-19 लाख 10 हजार, रावेर-17 लाख 60 हजार, बुलढाणा-17 लाख 46 हजार, अकोला-18 लाख 54 हजार, अमरावती-18 लाख 12 हजार, वर्धा-17 लाख 23 हजार, रामटेक-18 लाख 97 हजार, भंडारा-गोंदिया-17 लाख 91 हजार, गडचिरोली-चिमूर-15 लाख 68 हजार, चंद्रपूर-18 लाख 90 हजार, यवतमाल-वाशिम-18 लाख 90 हजार, हिंगोली-17 लाख 16 हजार, नांदेड-17 लाख, परभणी-19 लाख 70 हजार, जालना-18 लाख 43 हजार, औरंगाबाद-18 लाख 57 हजार, दिंडोरी-17 लाख, नाशिक-18 लाख 51 हजार, पालघर-18 लाख 13 हजार, भिवंडी-18 लाख 58 हजार, कल्याण-19 लाख 27 हजार, रायगड-16 लाख 37 हजार, अहमदनगर-18 लाख 31 हजार, शिर्डी-15 लाख 61 हजार, बीड-20 लाख 28 हजार, उस्मानाबाद-18 लाख 71 हजार, लातूर-18 लाख 60 हजार, सोलापुर-18 लाख 20 हजार, माढा-18 लाख 86 हजार, सांगली-17 लाख 92 हजार, सातारा-18 लाख 23 हजार, रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग-14 लाख 40 हजार, कोल्हापुर-18 लाख 68 हजार और हातकणंगले-17 लाख 65 हजार।

तृतीयपंथी मतदाताओं की संख्या दोगुनी

राज्य में साल 2014 में 918 तृतीयपंथियों के नाम मतदाता सूची में थे जो अब बढ़कर 2086 तक पहुंच गए हैं। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने तृतीयपंथी गौरी सावंत को भी लोगों को मतदान के लिए जागरूक करने के लिए चुनाव सदिच्छा दूत (एंबेसेडर) बनाया है। यह पहली बार है जब चुनाव आयोग ने किसी तृतीय पंथी को सदिच्छा दूत बनाया है। सावंत अगले कुछ दिनों में तृतीय पंथियों के घर जाकर उन्हें मतदान के लिए जागरूक करेंगी। 
 

Created On :   19 March 2019 4:57 PM GMT

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