11 महिला जजों की नियुक्ति कर पहले नंबर पर है मद्रास हाईकोर्ट

Madras High Court set to have 11 women judges
11 महिला जजों की नियुक्ति कर पहले नंबर पर है मद्रास हाईकोर्ट
11 महिला जजों की नियुक्ति कर पहले नंबर पर है मद्रास हाईकोर्ट

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश की महिलाएं हर क्षेत्र में सफलता के नए परचम लहरा रही हैं। अब उन्होनें एक नए रिकॉर्ड को अपने नाम दर्ज कराया है। बता दें कि मद्रास हाईकोर्ट में देशभर में सबसे ज्यादा महिला जजों की नियुक्ति की गई है। वो देश का पहला राज्य है जहां इतनी महिलाओं जजों की नियुक्ति की गई है। वहीं 10 महिला जजों के साथ दिल्ली हाई कोर्ट दूसरे नंबर स्थान पर है। 

दरअसल शुक्रवार को मद्रास हाईकोर्ट में 4 महिला एडिशनल जजों की नियुक्ति की गई थी, जिसके बाद महिला जजों की संख्या अब 11 हो गई है जबकि दिल्ली हाईकोर्ट में महिला जजों की संख्या 10 है। मद्रास हाई कोर्ट के लिए स्वीकृत जजों की संख्या 75 है जबकि यहां पर सिर्फ 60 जजों की ही नियुक्त है। बता दें कि पहली बार कोर्ट में महिला जजों की संख्या दहाई के अंक पर पहुंची है और इसी के ही साथ 4 महिलाओं जजों ने एक साथ शपथ ली है। 

महिला जज


तमिलनाडु में तकरीबन एक-तिहाई महिला जजों की नियुक्ति अधीनस्थ न्यायपालिका द्वारा की जाती क्योंकि राज्य में महिलाओं के लिए एक-तिहाई आरक्षण लागू है। बॉम्बे हाईकोर्ट में महिला जजों की संख्या 9 है जबकि इलाहाबाद हाईकोर्ट में 98 जजों की तैनाती में 6 महिला जज शामिल हैं। शुक्रवार को 6 जजों को मुख्य जज इंदिरा बनर्जी द्वारा शपथ दिलाई गई, जिसमें जज एस रामातिलगम, जज आर तरनी, जज टी कृष्णवल्ली और जज आर हेमलता को शामिल किया गया। 

जल्द ही 12 पहुंच सकती थी संख्या


मुख्य जज को छोड़कर चार्टर्ड हाईकोर्ट में पहले से महिला जजों की संख्या 6 है, जिसमें जज एस विमला, जज पुष्पा सत्यनारायण, जज वीएम वेलुमनि, जज जे निशा बानु, जज अनीता सुमंत और जज वी भवानी सुब्बारोयन शामिल हैं। नई नियुक्त हुईं महिला जजों के साथ ही संख्या 12 पर पहुंच सकती थी लेकिन सरोजनी देवी के चयन को स्थगित कर दिया गया, मद्रास हाईकोर्ट द्वारा चयनित 6 उम्मीदवारों के साथ उनके नाम की भी सिफारिश की गई थी।

Created On :   2 Dec 2017 6:50 AM GMT

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