मकर संक्रांतिः राजकीय राशि है सिंह, इन पर होती है सूर्य की विशेष कृपा

मकर संक्रांतिः राजकीय राशि है सिंह, इन पर होती है सूर्य की विशेष कृपा

 

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मकर संक्रांति का त्योहार और गंगा सागर मेले के बारे में हम आपको बता ही चुके हैं। राशि के अनुसार दान के बारे में भी आपको बताया गया है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होते हैं। धनु से निकलकर मकर में प्रवेश होता है और प्रकृति पर इसका स्पष्ट प्रभाव देखने मिलता है। सिर्फ धार्मिक ही नही वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी इस दिन के महत्व को नकारा नही जा सकता।आज हम इस त्योहार से जुड़ी मान्यताओं और ज्योतिष प्रभाव के और अधिक नजदीक आपको लेकर चलते हैं। 

 

राजकीय राशि है इनकी

ज्योतिष में सूर्य को राजकीय ग्रह एवं इनकी राशि सिंह को राजकीय राशि का दर्जा प्राप्त है। राज सत्ता या उच्च पद पर बैठे लोगों पर इनकी विशेष कृपा रहती है। जिनकी कुंडली में बुधदित्ययोग, वाशी योग, महाभाग्य योग या रवि योग है उनके लिए यह पर्व विशेष फल देने वाला बताया गया है। कुंडली में महाभाग्य योग तब होता है जब दिन में जन्म हो सूर्य, चंद्र एवं लग्न विषम राशियों में हो। 

 

तिल का तेल शरीर पर लगाकर स्नान 

इस दिन तिल का तेल शरीर पर लगाकर स्नान करने की परंपरा है। तिल का सेवन मन की निराशा समाप्त करता है। साथ ही गठिया सहित विभिन्न रोगों को भी यह समाप्त करता है। सूर्य देव को अघ्र्य देने से वे विभिन्न प्रकार के रोगों व दोषों से लड़ने की शक्ति प्रदान करते हैं। 


प्रवासी पक्षियों को वापस बुलाने की प्रथा
इस दिन उत्तराखंड में प्रवासी पक्षियों को वापस बुलाने की प्रथा के रूप में घुघुति नामक पर्व मनाने की परंपरा है। इस दिन मध्यप्रदेश के सनकुआ नामक स्थान पर यहां अधिकांशतः ग्रामीण क्षेत्रों के लोग नदी में स्नान कर पुण्य प्राप्त करते हैं। यहां इस दिन को धूमधाम से मनाया जाता है। मकर संक्रांति की कुछ अलग ही परंपरा यहां देखने मिलती है। इस दिन टूटे-फूटे सामान को भी अग्नि को समर्पित करने की भी प्रथा है। 

Created On :   10 Jan 2018 1:38 AM GMT

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