मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, विजय माल्या के प्रत्यर्पण को UK से मिली मंजूरी

मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक, विजय माल्या के प्रत्यर्पण को UK से मिली मंजूरी
हाईलाइट
  • भारत के भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण ऑर्डर पर UK होम सेक्रेटरी ने साइन कर दिए हैं।
  • माल्या अब औपचारिक रूप से अपनी अपील प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
  • सुप्रीम कोर्ट में अपील के लिए माल्या के पास अब 14 दिनों का समय है।

डिजिटल डेस्क, लंदन। भारत के भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण ऑर्डर पर UK होम सेक्रेटरी साजिद जाविद ने साइन कर दिए हैं। माल्या अब औपचारिक रूप से अपनी अपील प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं। उनके पास सुप्रीम कोर्ट में अपील के लिए 14 दिनों का समय है। बता दें कि लंदन की वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने इस मामले की 10 दिसंबर 2018 को अंतिम सुनवाई की थी, जिसके बाद माल्या के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी गई थी। कोर्ट से मंजूरी के बाद प्रत्यर्पण का यह मामला यूके के सेक्रेटरी ऑफ कोर्ट के पास भेज दिया गया था। 

विजय माल्या ने यूके होम सिक्योरिटी के प्रत्यर्पण आदेश पर हस्ताक्षर करने के बाद कहा कि वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने 10 दिसंबर, 2018 को अपना फैसला सुनाया था। मैं होम सेक्रेटरी के फैसले से पहले अपील की प्रक्रिया शुरू नहीं कर सकता था। अब मैं अपील प्रक्रिया शुरू करूंगा।   

यूके होम ऑफिस के प्रवक्ता ने सोमवार को कहा कि 3 फरवरी को सेक्रेटरी ऑफ एस्टेट ने माल्या के प्रत्यर्पण ऑर्डर पर साइन किए हैं। उन्होंने कहा, विजय माल्या भारत में मनी लॉन्ड्रिंग और फ्रॉड करने का आरोपी है।

भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमें माल्या के भारत प्रत्यर्पण के आदेश पर यूके होम सेक्रटरी द्वारा हस्ताक्षर करने की जानकारी मिली है। हम यूके सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। इसके साथ ही हम उसके प्रत्यर्पण के लिए कानूनी प्रक्रिया के जल्द पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।" 

प्रत्यर्पण ऑर्डर पर UK होम सेक्रेटरी के साइन के बाद केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर कहा कि "मोदी सरकार ने माल्या के प्रत्यर्पण के लिए एक और कदम बढ़ा दिया जबकि विपक्ष ने शारदा घोटालेबाजों के खिलाफ रैली निकाली।"

 

 

31 जनवरी को विजय माल्या ने ट्वीटर पर कहा था कि हर सुबह जब उठता हूं तब पता चलता है कि श्रृण वसूली अधिकारी ने एक और संपत्ति जब्त कर ली है। जिनकी कीमत 13,000 करोड़ रुपया पार कर चुकी है। जबकि कुल ब्याज समेत बैंक का दावा 9000 करोड़ रुपये का है, जो अभी समीक्षा का विषय है। यह सिलसिला कहां तक जाएगा?

बता दें कि 17 बैंकों के कंजोर्शियम ने माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस को कर्ज दिया था। 31 जनवरी 2014 तक माल्या पर बैंकों के 6,963 करोड़ रुपए बकाया थे। 2016 तक ये राशि करीब 9,000 करोड़ हो गई। किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमुख पर धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। 2 मार्च 2016 को देश से फरार हो चुका माल्या अभी लंदन में रह रहा है। पिछले साल अप्रैल में प्रत्यर्पण वॉरंट पर गिरफ्तारी के बाद से माल्या जमानत पर है। माल्या के खिलाफ प्रत्यर्पण का मामला मजिस्ट्रेट की अदालत में पिछले साल 4 दिसंबर को शुरू हुआ था।  

Created On :   4 Feb 2019 4:29 PM GMT

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