तांत्रिक था यहां का वास्तुकार, ये है भारत का मेंढक मंदिर

Manduk Mandir or frog temple in Lakhimpur Kheri Uttar Pradesh
तांत्रिक था यहां का वास्तुकार, ये है भारत का मेंढक मंदिर
तांत्रिक था यहां का वास्तुकार, ये है भारत का मेंढक मंदिर

डिजिटल डेस्क, लखीमपुर। अद्भुत मंदिरों की हमारे देश में कमी नही है। भारत के ज्यादातर प्राचीन मंदिर ऐसे हैं जिनका नाम किसी राजा महाराजा, देव-दानव या अन्य दंत कथाओं से जुड़ा हुआ है। कई मंदिर तो बेमिसाल इंजीनियरिंग का नमूना हैं तो कुछ पौराणिक और चमत्कारी कथा के लिए प्रसिद्ध हैं। अनूपपुर के पास ही स्थित कुकरामठ में स्वान की पूजा होती है तो आज जिस मंदिर के बारे में आपको बताया जा रहा है वहां मेंढक पूजा जाता है। यहां एक विशालकाय मेंढक भी बना हुआ है। 

 

कपिला के एक प्रकांड तांत्रिक ने की थी वास्तु की परिकल्पना 

यह मंदिर उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के ओयल कस्बे में मौजूद है। इसके बारे में कहा जाता है कि प्राकृतिक आपदा, बाढ़ और सूखे आदि से बचाव के लिए इस मंदिर का निर्माण किय गया था। यह करीब 2 सौ साल पुराना है। इस मंदिर के वास्तु की परिकल्पना कपिला के एक प्रकांड तांत्रिक ने की थी। 

 

मंडूक यंत्र पर आधारित शिव मंदिर

कभी ओयल शैव संप्रदाय का प्रमुख केंद्र रही यह जगह अब भी अद्भुत है। इस संप्रदाय के लोग शिव के उपासक हुआ करते थे। इसी कस्बे के बीच एक शिव मंदिर भी निर्मित है जो मंडूक यंत्र पर आधारित है। इतिहासकार इसके संबंध में कहते हैं कि इसका निर्माण चाहमान वंश के राजा बख्श सिंह ने कराया था। ये कई वर्षों तक उन्हीं के अधीन रहा। 

 

दीपावली, महाशिवरात्रि पर भी लोगों का हुजूम 

मेंढक मंदिर तांत्रिक मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां दीपावली पर बड़ी संख्या में लोग आते हैं। वहीं महाशिवरात्रि पर भी लोगों का हुजूम देखते ही बनता है। मंदिर की वास्तुकला बेहद आकर्षक है। यहां पत्थर का मेंढक अपने आप में ही अद्भुत प्रतीत होता है। जिसे देखने दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं।

Created On :   29 Nov 2017 6:19 AM GMT

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