कांग्रेस और JDS विधायकों के लापता होने की खबरों से गरमाई कर्नाटक की सियासत

Manipulations starts for power, Many Congress-JDS MLAs absent from the meeting
कांग्रेस और JDS विधायकों के लापता होने की खबरों से गरमाई कर्नाटक की सियासत
कांग्रेस और JDS विधायकों के लापता होने की खबरों से गरमाई कर्नाटक की सियासत

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे तो आ गए हैं, लेकिन त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में अब तक साफ नहीं हुआ है कि राज्य में किसकी सरकार बनेगी। सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस के बीच जबर्दस्त मोर्चेबंदी शुरू हो गई है। सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या जुटाने के लिए विधायकों की खरीद-फरोख्त का सिलसिला भी शुरू हो गया है। कांग्रेस और जेडीएस के सीएम उम्मीदवार एचडी कुमारस्वामी ने खुलकर आरोप लगाया है कि बीजेपी उनके विधायकों को खरीदने के लिए 100-100 करोड़ रुपए का ऑफर दे रही है।

 

 

हालांकि इसके बीच बुधवार सुबह कांग्रेस और जेडीएस विधायकों के लापता होने की खबरों ने हॉर्स ट्रेडिंग की खबरों को और हवा दे दी। बैंगलुरू के जिस होटल में जेडीएस विधायक दल की बैठक हो रही थी, वहां से दो विधायकों के गायब होने की खबर आई है। इसके अलावा कांग्रेस के भी 78 में से 66 विधायक ही दल की बैठक में शामिल हुए। बहरहाल, बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सामने आकर सफाई दी कि 12 विधायकों लेने स्पेशल विमान भेजा गया था।

 

PCC चीफ परमेश्वर बोले - सारे विधायक एक साथ

 

कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी. परमेश्वर ने कहा कि 12 विधायकों को लाने के लिए बीदर और कलबुर्गी हैलीकाप्टर भेजा गया। परमेश्वर ने कहा कि कुछ विधायक देर से पहुंचे इस लिए यह स्थिति पैदा हो गई। हम सभी एकजुट हैं और राज्य में सरकार बनाने जा रहे हैं। कुछ लोग अफवाहें फैला रहे हैं कि हमारे कुछ साथी बगावत के मूड में हैं, लेकिन एेसे किसी दावे में कोई सच्चाई नहीं है। 

 

 

 

 

कांग्रेसी विधायकों को लेने हैलीकाप्टर भेजा

कांग्रेस के भी कई विधायक देर से बैठक में पहुंचे, तो पार्टी संगठन में हड़कंप मच गया। उनकी खोज के लिए इधर-उधर लोग दौड़ाए गए।

 

इग्लटन रिसॉर्ट में बुक कराए 120 कमरे 

कांग्रेस विधायक दल की बैठक में पार्टी में संभावित टूट से बचने पर विचार किया गया। सूत्रों के अनुसार बीजेपी कांग्रेस के अनेक विधायकों के संपर्क में हैं। इसी संभावना को देखते हुए विधायकों को सुरक्षित स्थान पर रखने की योजना बनाई गई है। कांग्रेस विधायक श्रवण ने कहा कि हमारे 4-5 विधायकों से संपर्क किया गया है, लेकिन हम सब एक हैं। हमारे बीच से किसी का टूटना संभव नहीं है। कांग्रेस ने इग्लटन रिसॉर्ट में अपने विधायकों के लिए 120 कमरे बुक करवाए हैं। जब तक सत्ता समीकरण हल नहीं होते, तब तक इन विधायकों यहीं रखे जाने की योजना है। बताया जाता है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन से खफा  जेडीएस के 12 विधायक भाजपा के निकट संपर्क में हैं। जेडीएस इस संभावित क्षति  से बचने की रणनीति बनाने में जुट गया है। मधुयक्शी गौड़ ने कहा कि हमारे पास सरकार बनाने लायक बहुमत है। हमारे सभी विधायक एकजुट हैं। उन्होंने कहा येदियुरप्पा से मिलने गए शंकर वापस लौट आए हैं। आनंद सिंह, नागेंद्र और एमवाई पाटिल भी अब हमारे संपर्क में हैं। 

 

कुमारस्वामी ने लगाया 100-100 करोड़ का लालच देने का आरोप

 

 


...तो हो जाएगा खून-खराबा

बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि बीजेपी उनके विधायकों को धमका रही है। विधायकों पर तरह-तरह के दबाव डाले जा रहे हैं। उसे लोकतंत्र में भरोसा नहीं रह गया है। आजाद ने कहा कि राज्यपाल ने अगर संवैधानिक मूल्यों की अनदेखी करते हुए हमें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित नहीं किया, तो राज्य में खूनी संघर्ष शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन वास्तव में बीजेपी असंतुष्ट है। संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि यह पूरी तरह राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वह सरकार बनाने के लिए पहले किसे आमंत्रित करते हैं- सबसे बड़ी पार्टी को, या सरकार बनाने के लिए जरूरी संख्या हासिल करने वाले गठबंधन को।

Created On :   16 May 2018 8:30 AM GMT

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