तवांग हेलिकॉप्टर क्रैश: शहीदों के शव पॉलिबैग में रखे, सेना ने मानी गलती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में हेलिकॉप्टर क्रैश में शहीद हुए जवानों के शवों को पॉलिबैग और पेपर बॉक्स में रखे जाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विवाद हो गया है। लेफ्टिनेंट जनरल एचएस पनाग ने ट्विटर पर इस फोटो को शेयर किया, जिसके बाद प्रतिक्रियाओं की बाढ़ सी आ गई। सोशल मीडिया पर नाराजगी और आलोचना के बाद सेना को सफाई देने के लिए सामने आना पड़ा। सेना ने दावा किया आगे से शव ठीक तरीके से लाए जाएंगे।
Seven young men stepped out into the sunshine yesterday, to serve their motherland. India.
— Lt Gen H S Panag(R) (@rwac48) October 8, 2017
This is how they came home. pic.twitter.com/OEKKcyWj0p
जैसे ही ये मामला सुर्खियों में आया रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने दखल दिया और सेना ने जवाब दिया। हादसा शुक्रवार को हुआ था जब अरुणाचल प्रदेश में एयरफोर्स का एमआई-17 हैलिकॉप्टर तवांग में क्रैश हो गया था। घटना के वक़्त हेलिकॉप्टर एयर मेंटनेंस मिशन पर था और अग्रिम चौकियों पर सप्लाई पहुंचाने के दौरान यह हादसा हुआ। सप्लाई की चीजों में केरोसिन भी शामिल था, जिसे पैराशूट के जरिये उतारा जा रहा था। पैराशूट किसी कारण से हेलिकॉप्टर के रोटर से उलझ गया और यह हादसा हुआ। सेना के एक पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल ने रविवार को एक तस्वीर ट्वीट की, जिसमें शहीदों के शवों को पॉलिबैग में लपेट कर पेपर बॉक्स में रखा दिखाया गया था।
गलती सामने आने पर सेना ने ट्वीट कर कहा कि शवों को स्थानीय संसाधनों में रख कर भेजा जाना असामान्य था। शहीदों को हमेशा पूरा सम्मान दिया गया है। आगे भी दिया जाएगा, अब से कोई ऐसी गलती न हो हम इसका ख्याल रखेंगे। उनके शवों को बॉडी बैग, लकड़ी के बक्से या ताबूत में ले जाया जाए, इसे सुनिश्चित किया जाएगा।
Mortal remains of heptr accident in HAA on 6 Oct 17 recovered, sent wrapped in local resources is an aberration। pic।twitter।com/NDvEvBo87F
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) October 8, 2017
उधर सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शहीदों के लिए बॉडी बैग अथॉराइज नहीं किए गए हैं। जहां भी शवों का पोस्टमॉर्टम होता है, वहां लकड़ी के बक्से और ताबूत उपलब्ध हो जाते हैं। हेलिकॉप्टर 13000 फीट की ऊंचाई पर क्रैश हुआ था, वहां जाने के लिए सड़क तक नहीं थी। इसलिए हर जगह लकड़ी के बक्से नहीं ले जाए जा सकते हैं। सेना ने बताया कि हमारी कोशिश थी कि शवों को जल्द से जल्द वहां से हटाया जाए। तो उस वक़्त जो भी संसाधन उपलब्ध हो सका उसका सहारा लिया गया।
सेना ने इसे गलत सलूक बताया है और कहा है कि आगे से ऐसा न हो इसका ख्याल रखा जाएगा। उधर गौतम गंभीर ने ट्विटर के जरिए इसे शर्मानक बताया। क्रिकेटर गौतम गंभीर ने ट्वीट में लिखा, "IAF क्रैश के शहीदों के शव।।।शर्मनाक! माफ़ करना ऐ दोस्त, जिस कपड़े से तुम्हारा कफन सिलना था, वो अभी किसी का बंद गला सिलने के काम आ रहा है!!!"
IAF क्रैश के शहीदों के शव।।।शर्मनाक! माफ़ करना ऐ दोस्त, जिस कपड़े से तुम्हारा कफ़न सिलना था वो अभी किसी का बंद गला सिलने के काम आ रहा है !!! pic।twitter।com/fOWyymhozb
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) October 8, 2017
बता दें कि शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश में वायुसेना का एमआई 17 वी5 हेलिकॉप्टर सुबह 6 बजे के करीब तवांग के पास क्रैश हो गया था, जिसमें 7 सैनिक शहीद हो गए।
Fallen soldiers always given full military honour। Carriage of mortal remains in body bags, wooden boxes,coffins will be ensured। pic।twitter।com/XSom29pWoF
— ADG PI - INDIAN ARMY (@adgpi) October 8, 2017
Created On :   8 Oct 2017 4:55 PM GMT