पातालकोट की औषधियों को श्रीलंका में देंगे बढ़ावा

Medicines of Patalkot will be promoted in the Sri Lanka country
पातालकोट की औषधियों को श्रीलंका में देंगे बढ़ावा
पातालकोट की औषधियों को श्रीलंका में देंगे बढ़ावा

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। मप्र के छिंदवाड़ा जिले के पातालकोट में औषधियों का भंडार है। यहां की औषधियों में वह ताकत है कि बड़ी से बड़ी बीमारी का भी बेहतर उपचार किया जा सकता है। छिंदवाड़ा निवासी डॉ. प्रकाश इंडियन टाटा ने श्रीलंका पहुंचकर पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या के घुटनों का इलाज किया था, जिससे जयसूर्या के वर्षों की इंज्यूरी ठीक हो गई। इसके साथ ही श्रीलंका के लोगों का इलाज भी इन औषधियों से हो रहा है, जिसके अच्छे रिजल्ट भी सामने आ रहे हैं। हम भारत सरकार से बात करते हुए श्रीलंका में इन औषधियों से बनने वाली दवाइयों को बढ़ावा देंगे। यह बात दो दिवसीय प्रवास पर छिंदवाड़ा आए श्रीलंका के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री बुद्धिका पथिराना ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कहीं।

पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि आयुर्वेद अब लुप्त होते जा रहा है। ऐसे में मुझे पता चला कि पातालकोट की औषधियों से कई दुर्लभ बीमारियों का इलाज संभव हो सकता है। हम श्रीलंका में आयुर्वेद सेंटर बनाने पर विचार कर रहे हैं। पिछले दिनों ही आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रकाश टाटा से इस मामले में बात भी हुई थी, जिसके बाद मैंने भारत के छिंदवाड़ा में बसे पातालकोट में आने का निर्णय लिया। इन आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से भारत-श्रीलंका के व्यापारिक संबंध भी स्थापित हो सकेंगे। श्री पथिराना के साथ श्रीलंका के अधिकारियों के साथ बॉलीवुड एक्टर लोकेश तिलकधारी भी छिंदवाड़ा आए थे।

दोनों देशों ने कई समस्याएं एक साथ झेली हैं
श्रीलंका के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री श्री पथिराना ने कहा कि भारत के साथ हमारे मजबूत संबंध हैं। दोनों ही देशों ने एक ही समस्या का सामना वर्षों तक किया है। श्री पथिराना ने एलटीटीआई (लिट्टे) का जिक्र करते हुए कहा कि इस टेरेरिज्म के खिलाफ हमने एक होकर लड़ाई लड़ी थी। जिसकी वजह से पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की भी मौत हुई।

सरकार चाहे तो पेटेंट करा सकती हैं औषधियां
श्री पथिराना ने कहा कि भारत-श्रीलंका के बीच खुला व्यापार समझौता है। भारत सरकार चाहे तो इन औषधियों का पेटेंट कराकर श्रीलंका को दे सकती है, जिसका हम श्रीलंका में मार्केट बनाकर इसे बेच सकते हैं। श्री पथिराना ने कहा कि इस प्रक्रिया को लेकर मैं भारत सरकार को पत्र भी लिखने वाला हूं।

दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध हैं
आए दिन श्रीलंकन सैनिकों द्वारा भारतीय मछुआरों को पकड़ने पर श्री पथिराना ने कहा कि मछुआरों की आपसी लड़ाई के चलते समुद्री सीमा पर ये स्थिति बनती है। नहीं तो दोनों देशों के बीच मधुर संबंध हैं। दोनों ही देश के लोग एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं। मछुआरे अपने आपसी झगड़ों के कारण दोनों देशों को सामने ले आते हैं।

इसलिए आए छिंदवाड़ा
पिछले दिनों छिंदवाड़ा निवासी डॉ. प्रकाश इंडियन टाटा ने श्रीलंका पहुंचकर पूर्व क्रिकेटर सनथ जयसूर्या के घुटनों का इलाज किया था। जिससे जयसूर्या के वर्षों की इंज्यूरी ठीक हो गई। इसी से प्रभावित होकर श्रीलंका के वाणिज्य मंत्री पातालकोट का भ्रमण करने के लिए आए थे।

Created On :   14 Jan 2019 5:30 PM GMT

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