कर्नाटक में सियासी संकट, देवगौड़ा बोले- सिद्धारमैया के सीएम बनने में आपत्ति नहीं

कर्नाटक में सियासी संकट, देवगौड़ा बोले- सिद्धारमैया के सीएम बनने में आपत्ति नहीं
हाईलाइट
  • कर्नाटक की गठबंधन सरकार को बचाने के लिए होटल ताज वेस्ट एंड में रविवार को बैठक हुई
  • देवगौड़ा ने कहा
  • राज्य की बेहतरी के लिए हमारी गठबंधन सरकार है
  • बैठक से पहले जीटी देवगौड़ा ने कहा
  • सिद्धारमैया के सीएम बनने में आपत्ति नहीं

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। कर्नाटक में चल रहे सियासी नाटक के बीच गठबंधन सरकार को बचाने के लिए होटल ताज वेस्ट एंड में रविवार को बैठक हुई। एचडी देवगौड़ा, सीएम कुमारस्वामी और डिप्टी सीएम जी परमेश्वर के अलावा कुछ कांग्रेस नेता इसमें शामिल हुए। माना जा रहा है कि सरकार को बचाने के लिए कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे या सिद्धारमैया में से किसी एक के सीएम बनने की अटकले लगाई जा रही है।

बैठक से पहले जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के नेता और उच्च शिक्षा मंत्री जीटी देवगौड़ा का एक बयान भी सामने आया था। देवगौड़ा ने बयान में कहा था कि अगर कांग्रेस नेता सिद्धारमैया राज्य के मुख्यमंत्री बनते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी। देवगौड़ा ने कहा कि अगर उन्हें निर्देश दिया जाए तो वह पार्टी से इस्तीफा देने के लिए भी तैयार हैं।

जेडीएस नेता ने कहा, "अगर मेरी पार्टी फैसला करती है, तो मैं इस्तीफा देने के लिए तैयार हूं। मैं भाजपा में नहीं जा रहा हूं। राज्य की बेहतरी के लिए हमारी गठबंधन सरकार है।" पार्टी विधायक एच विश्वनाथ के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा: "मैंने एच विश्वनाथ से बात की। उन्होंने मुझे बताया कि वह पार्टी में वापस आएंगे।" विश्वनाथ ने शनिवार को 11 कांग्रेस-जेडीएस विधायकों के साथ अपना इस्तीफा सौंप दिया था। उन्होंने दावा किया था कि 14 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।

देवगौड़ा ने कहा कि कांग्रेस राज्य में सरकार को बचाने के लिए प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि "कांग्रेस ने सदस्यों से कहा है कि कुछ वरिष्ठों को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे देना चाहिए और दूसरों के लिए रास्ता बनाना चाहिए।"

इस बीच होटल के बाहर मीडिया से बात करते हुए कर्नाटक के विधायक एसटी सोमशेखर ने कहा, "यहां हम 10 विधायक हैं। कुल 13 विधायकों ने स्पीकर केआर रमेश कुमार और राज्यपाल वजुभाई बाला को इस्तीफा सौंपा है। हम सभी एक साथ हैं। बेंगलुरु जाने और इस्तीफे वापस लेने का कोई सवाल ही नहीं है।" 

एक अन्य असंतुष्ट विधायक बीसी पाटिल ने सोमशेखर के विचारों का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "सोमशेखर ने जो भी कहा वह सही है। 13 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा वापस लेने और वापस जाने का कोई सवाल नहीं है। हम सभी एक साथ हैं। हमारा फैसला अंतिम है।"

बता दें कि स्पीकर रमेश कुमार ने अभी विधायकों का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया है। रमेश कुमार ने कहा कि उन्हें उनकी बेटी को लेना था, इसलिए वह घर चले गए थे। उन्होंने उनके ऑफिस में बोल दिया था कि विधायकों का इस्तीफा रख लें और उन्हें बता दें। कुमार ने कहा, "रविवार को छुट्टी है, सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम हैं। इसलिए मंगलवार को ही मामला देख पाऊंगा। सरकार गिरेगी या नहीं इसका फैसला विधानसभा में ही होगा।"

कर्नाटक विधानसभा में कुल 225 सीटें हैं। 224 निर्वाचित और 1 नामित विधानसभा सदस्य। पिछले साल हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 105, कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिली थी। इनके अलावा बीएसपी, निर्दलीय और केपीजेपी ने एक-एक सीट जीती थी। बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी राज्य में सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी थी। सरकार बनाने के लिए 113 सीटों की जरुरत है।

 

Created On :   7 July 2019 5:31 PM GMT

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