पेपर नैपकीन पर लिखा गया था एफसी बार्सिलोना में मेसी का पहला करार

Messis first deal at FC Barcelona was written on paper napkin
पेपर नैपकीन पर लिखा गया था एफसी बार्सिलोना में मेसी का पहला करार
पेपर नैपकीन पर लिखा गया था एफसी बार्सिलोना में मेसी का पहला करार

नई दिल्ली, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। पांचवीं बार यूरोपीयन गोल्डन शू अवार्ड जीतकर दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी लियोनेल मेसी एक बार फिर चर्चा में हैं। मेसी को यह अवार्ड एफसी बार्सिलना के लिए दिए गए योगदान के लिए मिला। मेसी ने अपना पूरा करियर एफसी बार्सिलोना में बिता दिया। साल दर साल उनके करार का बकायदे नवीकरण हुआ लेकिन उनका पहला करार पूरी औपचारिकता के साथ नहीं बल्कि जल्दबाजी में एक पेपर नैपकीन पर लिखा गया था।

मेसी अर्जेटीना के पहले फुटबाल खिलाड़ी हैं, जिन्हें साल 2019 में फीफा वर्ल्ड प्लेअर ऑफ द इअर अवार्ड से नवाजा गया था। इसके अलावा वह पांच बार प्रतिष्ठित बालोन डीओर अवार्ड, 2019 में द बेस्ट फीफा मेन प्लेअर अवार्ड, 2014 में फीफा गोल्डन बॉल अवार्ड, 2011 और 2015 में यूएफा मेन्स प्लेअर ऑफ द इअर अवार्ड, आठ बार ला लीगा बेस्ट प्लेअर अवार्ड और न जाने कौन-कौन से पुरस्कार जीत चुके हैं।

24 जून, 1987 को अर्जेटीना के रोजारियो में जन्मे लियोनेल आंद्रेस मेसी को विश्व फुटबाल के महानतम खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। एफसी बार्सिलना में 10 नम्बर की जर्सी पहनने वाले मेसी साल 2000 से बार्सिलोना में हैं और 2003-2004 में बार्सिलोना-सी के लिए 10 मैच, 2004-2005 में बार्सिलोना-बी टीम के लिए 22 मैच तथा सीनियर टीम के लिए 2004 से अब तक कुल 455 मैच खेल चुके हैं। 455 मैचों में मेसी के नाम रिकार्ड 420 गोल हैं।

स्टील फैक्टरी के एक मैनेजर जॉर्ज मेसी के बेटे लियोनेल मेसी आज फुटबाल के बेताज बादशाह हैं और सालाना करोड़ों डॉलर कमाते हैं। फोर्ब्स की सबसे अधिक कमाई करने वाले एथलीटों की सूची में वह सबसे ऊपर हैं। आज उन्हें किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन एक समय ऐसा था, जब पिता जॉर्ज और मां सेलिया चुचीटीनी के पास अपने इस बच्चे के इलाज के लिए पैसे नहीं थे।

मेसी के परिवार में फुटबाल रचा-बसा है। इन्हीं सबके के बीच लियो ने फुटबाल की कला सीखी और चार साल की उम्र में रोजारियो के क्लब ग्रैंडोली में शामिल हुए। उनके पिता अपने काम से फुर्सत मिलने के बाद इस क्लब में कोचिंग दिया करते थे। जल्द ही मेसी ने अपनी प्रतिभा से सबको प्रभावित किया।

यहां से निकलकर मेसी अपने पसंदीदा न्यूवेल्स ओल्ड ब्लाएज क्लब में शामिल हुए। उस समय उनकी उम्र छह साल थी। मेसी शानदार खेल रहे थे और एक बेहतरीन पेशेवर खिलाड़ी बनने की राह पर थे लेकिन 10 साल की उम्र में उनके अंदर ग्रोथ हार्मोन डिफिसिएंसी का पता चला। इससे बच्चे का विकास रुक जाता है। पिता ने हेल्थ इंश्योरेंस ले रखी थी, लेकिन उससे सिर्फ दो साल का इलाज हो सका। इलाज की कीमत 1000 डॉलर प्रति महीने थी, जो उनके पिता के लिए बहुत अधिक थी। न्यूवेल्स ने योगदान देने का वादा किया लेकिन बाद में मुकर गया।

मेसी ब्यूनस आयर्स के क्लब रिवर प्लेट के प्लेमेकर पाब्लो अइमार के फैन थे और इसे देखते हुए अइमार ने मेसी की मदद करनी चाही लेकिन देश की आर्थिक हालत खस्ता होने के कारण वे भी अधिक समय तक मेसी की मदद नहीं कर सके।

मेसी की मां का ताल्लुक स्पेन के काटालोनिया से था। वहां उनके रिश्तेदार रहते थे। सितम्बर 2000 में एक रिश्तेदार ने मेसी के बार्सिलोना आने और ट्रायल देने का इंतजाम किया। एफसी बार्सिलोना ने मेसी के रिश्तेदारों से यह वादा किया था कि अगर बच्चा वाकई प्रतिभाशाली है तो वह उसका इलाज कराने के लिए तैयार है। मेसी के परिवार के लिए यह बड़ा अवसर था।

मेसी स्पेन आए। एफसी बार्सिलोना की फर्स्ट टीम के डायरेक्टर चार्ली रेक्सा मेसी की प्रतिभा के इतने कायल हुए कि वह तुरंत मेसी के साथ करार करना चाहते थे लेकिन बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स को आपत्ति थी। उस समय यूरोपीयन क्लबों में इतनी कम उम्र में किसी विदेशी खिलाड़ी के साथ करार का चलन नहीं था।

मेसी के लिए रास्ता बंद होता दिखा। 14 दिसम्बर, 2000 को मेसी के पिता ने एफसी बार्सिलोना से कहा कि वह अपना वादा पूरा करे नहीं तो वह कोई और रास्ता देखेंगे। रेक्सा, मेसी से दोबारा मिले और बिना किसी हिचक के मेसी के साथ करार की घोषणा की। चूंकी रेक्सा के पास उस समय करारनामा लिखने के लिए कोई कागज नहीं था, लिहाजा रेक्सा ने अपने पास मौजूद एक पेपर नैपकीन पर ही मेसी का पहला करार लिख दिया। फरवरी, 2001 में मेसी का परिवार रोजारियो से बार्सिलोना आ गया और क्लब स्टेडियम-कैम्प नोउ के पास स्थित एक अपार्टमेंट में उसके रहने का इंतजाम हुआ।

रेक्सा ने बाद में स्वीकार किया था कि वह मेसी को खोना नहीं चाहते थे क्योकि उनके अंदर उन्हे एक महान फुटबाल खिलाड़ी दिखा था और यही कारण था कि वह बोर्ड ऑफ डाइरेक्टर्स के फैसले के खिलाफ जाने को मजबूर हुए। रेक्सा की बात सच साबित हुई और आज मेसी की गिनती फुटबाल जगत के सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में होती है। मेसी का सम्मान करते हुए स्पेन ने उन्हें नागरिकता प्रदान की। आज मेसी के पास दो पासपोर्ट (स्पेन और अर्जेटीना) हैं। उन्हें स्पेनिश टीम के लिए खेलने का न्यौता भी मिला था लेकिन उन्होंने इसे नकार दिया।

Created On :   18 Oct 2019 9:30 AM GMT

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