मेट्रो की मेमू ट्रेन होगी एडवांस, इंजन से पैदा होगी बिजली

Metro Memu train will upgraded, engine will generate electricity
मेट्रो की मेमू ट्रेन होगी एडवांस, इंजन से पैदा होगी बिजली
मेट्रो की मेमू ट्रेन होगी एडवांस, इंजन से पैदा होगी बिजली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ड्रीम प्रोजेक्ट महामेट्रो के मेमू ट्रेन का सफर और भी रोमांचित करने वाला होगा। मेट्रो की मेमू ट्रेन जहां आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगी, वहीं इसकी गति भी तेज होगी। मेट्रो रेल एक मिनट में 60 से 80 किमी की स्पीड पकड़ सकेगी। वर्तमान में इस स्पीड पर पहुंचने के लिए अन्य ट्रेनों को कई मिनट लगते हैं। यह मेमू ट्रेन नागपुर से चार जिलों की दहलीज तक पहुंचेगी। ट्रेन में अत्याधुनिक डिस्क ब्रेक रहने से इसकी कंट्रोलिंग भी सुरक्षित होगी। थ्री फेस तकनीक के कारण गाड़ी काफी एडवांस होगी। ऐसे में यात्रियों को एक अलग सफर का अनुभव मिल सकेगा। गाड़ी में एडवांस थ्री फेस इंजन लगा होने से बिजली पैदा करने का भी काम किया जाएगा। 

ग्रामीण क्षेत्रों से जोड़ने की तैयारी
मेट्रो की ग्रामीण क्षेत्रों में भी ट्रेन चलाने की योजना है। इसके लिए रेलवे पटरी पर ही मेमू ट्रेन चलाई जाएगी। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितीन गडकरी ने अप्रैल माह में कहा था कि हाईटेक मेमू के साथ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम नागपुर में मौजूदा सवारी गाड़ियों की जगह लेगा। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री के प्रस्ताव को बढ़ावा देते हुए रेलवे ने इसके लिए सहमति दी है, जिसके बाद पहले इस संदर्भ में समिति का गठन किया गया। इसके बाद अब रेलवे मेट्रो के साथ सामंजस्य करार करने वाली है। 16 जुलाई को इस संबंध में मेट्रो व रेलवे का करार भी हुआ है, जिसमें मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री व रेल मंत्री उपस्थित थे। 

दिसंबर तक चलाने का लक्ष्य, आधुनिक ब्रेक प्रणाली होगी
दिसंबर तक इसे चलाने का लक्ष्य मेट्रो व रेलवे ने रखा है। इसके लिए सिग्नलिंग प्रणाली में सुधार किया जा रहा है।  नागपुर से रामटेक, काटोल, वर्धा, सावनेर व अमरावती के लिए चलाई जानेवाली यह मेमू ट्रेनें काफी एडवांस होंगी। यह गाड़ियां एक मिनट में ही 60 से 80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ लेंगी। साथ ही इलेक्ट्रोमेटिक ब्रेक के कारण ब्रेक लगाते ही महज कुछ दूरी पर रुक जाएंगी। इन गाड़ियों की अधिकतम स्पीड 120 किमी प्रतिघंटा होगी। स्टेनलेस स्टील की बॉडी वाले मेनलाइन इलेक्ट्रिकल मल्टीपल यूनिट (मेमू) में हर डिब्बे में तीन फेस वाला इलेक्ट्रिक बोर्ड और मॉड्यूलर टॉयलेट लगे हैं। हर कोच में 139 लोग बैठ सकते हैं, जबकि 412 लोग खड़े होकर सफर कर सकते हैं। इस मेमू ट्रेन में 2,402 यात्री जा सकते हैं।

सफर के दौरान ही पैदा होगी बिजली
मध्य रेलवे नागपुर मंडल अंतर्गत कई ट्रेनें हैं, जिसमें थ्री फेस इंजन लगा है। इसके माध्यम से बिजली पैदा की जाती है। इसी तरह मेमू में भी ऐसे ही इंजन लगे रहेंगे, जो सफर के दौरान बिजली पैदा करेंगे। 

Created On :   28 July 2018 10:34 AM GMT

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