फिल्म 'एस दुर्गा' को लेकर बढ़ा बवाल, नहीं दिखाया जा सकता ओरिजनल वर्जन

mib s durga original version can not be shown in festival
फिल्म 'एस दुर्गा' को लेकर बढ़ा बवाल, नहीं दिखाया जा सकता ओरिजनल वर्जन
फिल्म 'एस दुर्गा' को लेकर बढ़ा बवाल, नहीं दिखाया जा सकता ओरिजनल वर्जन

डिजिटल डेस्क, मुंबई। गोवा में होने वाले 48 वें अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल को लेकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। बीते दिन निर्देशक सुजॉय घोष के अलावा दो और फिल्म निर्माताओं ने जूरी से इस्तीफा दे दिया है। फिल्म "एस दुर्गा" और "न्यूड" को चयनित सूची से हटाने को लेकर जो विवाद चल रहा है उसे सरकार गैर जरूरी मान रही है। सूचना प्रसारण मंत्रालय के अनुसार, इन दोनों फिल्मों के निर्माता ही नहीं ज्यूरी के कुछ सदस्य भी इस विवाद को सुलगाने की कोशिश कर रहे हैं। 


जानकारी के अनुसार, फिल्म "एस दुर्गा" के निर्माता ने सेंसर बोर्ड से मंजूर फिल्म की बजाय इसकी मूल फिल्म को ज्यूरी को भेजा था। मंत्रालय का मानना है कि नियमों के हिसाब से इसे दिखाने की इजाजत नहीं दी जा सकती थी। भारतीय पैनोरामा खंड की ज्यूरी के प्रमुख घोष और कुछ सदस्यों के दोनों फिल्मों को हटाने को लेकर किए जाने के विरोध को आधारहीन बताया गया है। 

 

नहीं दिखाई जा सकती ओरिजनल फिल्म 

बता दें कि फिल्मकार ने इस फिल्म का नाम पहले "सेक्सी दुर्गा" रखा था जिस पर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति जताई थी। बोर्ड ने इसके नाम में संशोधन कर "एस दुर्गा" किया जिस पर सभी सहमत हो गए। इसके बाद इसे सेंसर बोर्ड की मंजूरी मिल गई, लेकिन निर्माता शशिधरन ने ज्यूरी को सेंसर बोर्ड से मंजूर फिल्म "एस दुर्गा" की जगह अपनी ओरिजनल फिल्म "सेक्सी दुर्गा" दिखायी। ज्यूरी ने भी इस फिल्म का चयन भी कर लिया।

 

सेंसर बोर्ड ने दिया यूए सर्टिफिकेट

सुजॉय घोष समेत दो और निर्माता निर्देशकों ने इसी फिल्म को दिखाने के लिए सहमति जताई। जिसके बाद विवाद बढ़ा और तीन लोगों जूरी से इस्तीफा दिया। शशिधरन की मलयालम फिल्म "एस दुर्गा" को नाम के संशोधनों के साथ सेंसर बोर्ड ने यूए का सर्टिफिकेट भी मिल गया था, लेकिन सिनेमाटोग्राफिक कानून के हिसाब से इसका ओरिजनल वर्जन नहीं दिखाया जा सकता।


फिल्म में कुछ ऐसे सीन भी हैं जो संवेदनशीलता की कसौटी पर खरे नहीं उतरते। इसलिए दूसरी फिल्म को दिखाने की इजाजत सिनेमा एक्ट भी नहीं देगा। सूचना प्रसारण मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि इन दोनों फिल्मों के हटाए जाने और जूरी के सदस्यों के इस्तीफा देने से समारोह पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जूरी का काम पहले ही खत्म हो गया है। 

Created On :   16 Nov 2017 2:36 AM GMT

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