एमजे अकबर ने तोड़ी चुप्पी, बोले- आम चुनाव से पहले ही क्यों लगे यह आरोप

एमजे अकबर ने तोड़ी चुप्पी, बोले- आम चुनाव से पहले ही क्यों लगे यह आरोप
हाईलाइट
  • अकबर ने कहा कि इसमें विपक्ष का कोई एजेंडा भी हो सकता है।
  • एक इंटरव्यू में अकबर ने कहा कि यह सभी आरोप आम चुनाव से पहले ही क्यों उठे हैं।
  • एमजे अकबर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर चुप्पी तोड़ दी है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर चुप्पी तोड़ दी है। रविवार को उन्होंने एक इंटरव्यू में सभी आरोपों को झूठा करार देते हुए पूछा कि यह सभी आरोप आम चुनाव से पहले ही क्यों उठे हैं। अकबर ने कहा कि इसमें विपक्ष का कोई एजेंडा हो सकता है। उन्होंने इस पर लीगल एक्शन लेने की भी बात कही है। बता दें कि हाल ही में शुरू हुए #MeToo कैंपेन में अकबर पर 10 महिला पत्रकारों ने अश्लील व्यवहार करने का आरोप लगाया था।

अकबर ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि जब चुनाव आने में एक साल से भी कम वक्त बचा है, तभी यह बातें क्यों उठी हैं। उन्होंने कहा, "इसमें कोई पॉलिटिकल एजेंडा तो नहीं है। आप इस बात को इस नजरिए से भी देख सकते हैं और जज कर सकते हैं। मेरे ऊपर लगे इन झूठे और बिना तथ्य के आरोपों से मेरे प्रतिष्ठा को काफी नुकसान पहुंचा है।"

अकबर ने कहा कि कुछ लोगों को बिना किसी तथ्य और सबूत के आरोप लगाने की बीमारी है। उन्होंने कहा, "इससे पहले मैं ऑफिशियल टूर पर विदेश में था इसलिए कोई जवाब नहीं दे पाया। अब जब मैं वापस आया हूं तो आगे निश्चित तौर पर झूठे आरोप लगाने वालों पर कानूनी कार्रवाई करूंगा। मेरे वकील इन सभी बेबुनियाद आरोप के खिलाफ अपील करेंगे।"

अकबर ने कहा, "प्रिया रमानी ने यह कैंपेन एक साल पहले शुरू किया था। उन्होंने यह कैंपेन एक मैग्जीन में आर्टिकल देकर शुरू किया था। उन्होंने उस वक्त मेरा नाम क्यों नहीं दिया? ऐसा इसलिए क्योंकि वह जानती थी कि यह एक झूठी कहानी है। जब प्रिया से हाल ही में किसी ने पूछा कि उन्होंने उस वक्त अकबर का नाम क्यों नहीं लिया, तो उन्होंने ट्वीट कर बताया कि अकबर ने कभी कुछ किया ही नहीं इसलिए। जब मैंने कुछ नहीं किया तो यह स्टोरी किस लिए है? जब ऐसी कोई चीजें हुई ही नहीं, इसके बावजूद अटकलों का एक समूद्र तैयार किया गया। इनमें से कुछ सुनी-सुनाई बातें हैं और कुछ तो एकदम स्पष्ट हैं कि मैंने कुछ नहीं किया।"  

अकबर ने कहा, "झूठ के कोई पांव नहीं होते पर उसमें जहर होता है और इसे किसी भी तरह अपने मतलब के अनुसार घूमाया जा सकता है। शुतापा पॉल कहती हैं अकबर ने कभी हाथ तक नहीं लगाया। शुमा राहा कहती हैं कि अकबर ने कभी कुछ नहीं किया। वहीं अंजू भारती ने दावा किया कि मैं स्वीमिंग पूल में पार्टी कर रहा था। मुझे स्वीमिंग आती तक नहीं है, इसके बावजूद मैं पार्टी कैसे करूंगा पता नहीं। गजला वहाब ने जो आरोप लगाया उसपर मैं कहना चाहुंगा कि एशियन एज का ऑफिस काफी छोटा था और मेरा केबिन पारदर्शी था, जिसमें प्लाईवुड और शीशे लगे थे और जगह भी कम थी। अब आप ही सोचें कि जब ऑफिस चल रहा हो उस वक्त इन सभी चीजों को ध्यान में रखते कोई ऐसा कैसे कर सकता है। यह सभी आरोप निराधार हैं।"

अकबर ने कहा, "मैं बताना चाहूंगा कि मिस प्रिया और मिस वहाब के तथाकथित यह सब होने के बाद भी उस ऑफिस में काम करती रहीं थीं। इसका मतलब है कि उन्हें वहां कोई दिक्कत नहीं थी। मुझे नहीं पता कि यह सब होने के बावजूद वह इतने सालों तक चुप क्यों रहीं, जबकि मिस रमानी ने कहा मैंने कुछ नहीं किया।"

बता दें कि एमजे अकबर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री के अलावा कई अखबारों में सीनियर जर्नलिस्ट के तौर पर भी काम कर चुके हैं। हाल ही में शुरू हुए #MeToo कैंपेन में उन पर प्रिया रमानी, शूमा राहा, प्रेरणा सिंह बिंद्रा, गजला वहाब और सुपर्णा शर्मा समेत 10 महिला पत्रकारों ने अश्लील व्यवहार करने का आरोप लगाया था। प्रिया रमानी ने एक ट्वीट कर बताया था कि एमजे अकबर कभी भी कोई अश्लील हरकत करने से चूकते नहीं थे। वहीं एक और पत्रकार ने कहा था कि अकबर जब "एशियन एज" अखबार के बॉस थे तब उन्होंने मुझे वहां रात में रुकने के लिए पूछा था। मेरे मना करने के बाद मैं कभी उनके पसंद के लोगों में नहीं रही।

Created On :   14 Oct 2018 12:00 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story