मॉक ड्रिल : नागपुर हवाई अड्‌डे को उड़ाने की साजिश नाकाम, दो बम बरामद

Mock drill: two bombs recovered from Nagpur airport, agencies on alert
मॉक ड्रिल : नागपुर हवाई अड्‌डे को उड़ाने की साजिश नाकाम, दो बम बरामद
मॉक ड्रिल : नागपुर हवाई अड्‌डे को उड़ाने की साजिश नाकाम, दो बम बरामद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्‌डे पर मंगलवार दोपहर दो नक्सलियों के फोन से हड़कंप मच गया। फोन पर धमकी देकर कहा गया कि वीवीआईपी (वैरी-वैरी इंपोरटेंट पर्सन) को दोपहर 3.30 बजे उड़ाने के लिए दो बंब लगाए हैं।इस पर तत्काल सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट हो गईं और विमानतल को घेर लिया गया। वीवीआईपी मूवमेंट को रद्द कर सभी यात्रियों और विमानों के क्रू मेंबर्स को बाहर निकाल गया। जांच के दौरान विमानतल से दो बंब मिले। जिन्हें बाहर ले जाकर डिस्पोज किया गया। आपको बता दें कि यह सिर्फ एक मॉड ड्रिल थी। जो सुरक्षा एजेंसियाें की सतर्कता देखने के लिए की गई थी। देश में वीवीआईपी लोगों को मिलने वाली धमकियों को ध्यान में रखकर अब इस स्तर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। यह मॉक ड्रिल वरिष्ठ संचालक विजय मुलेकर, मुख्य सुरक्षा अधिकारी यशवंत सराटकर, केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) सहायक कमांडेंट टी.डी.विनकेंट के नेतृत्व में किया गया।

यात्रियों को 100 मीटर के बाहर रखा

विमानतल पर बंब मिलने की खबर के बाद करीब 300 यात्रियों को टर्मिनल बिल्डिंग से निकालकर 100 मीटर दूर पार्किंग की ओर बनी केनोपी में रखा गया। विशेष बात यह है कि विमानतल का सारा स्टॉफ, इतना ही नहीं यात्रियों के लेकर आए विमानों के सभी क्रू मेंबर को बाहर निकाल िदया गया था।

यह रहा घटनाक्रम

- दोपहर 2.10 बजे एयर एशिया को फोन आया कि टिकटिंग हॉल व प्रस्थान गेट के अंदर बंब लगाकर वीवीआईपी को उड़ाने की धमकी दी गई।
- दोपहर 2.18 बजे सायरन के साथ वहां अग्निमशन विभाग की गाड़ी पहुंची और तैनात हो गई।
- 2.33 बजे यात्रियों को बाहर निकाल लिया गया।
- 2.45 बजे सुरक्षा एजेंसियों ने वीवीआईपी लांज से 1 बंब खोज निकाला।
- 2.48 बजे सुरक्षा एजेंसियों ने दूसरा बंब भी वीवीआईपी गेट से सीएसआईएफ द्वारा खोजा गया।
- 2.50 बजे बोंब डिटेक्शन व डिस्पोजल स्क्वार्ड (बीडीडीएस) और मनपा की अग्निशमन की गाड़ी पहुंची।
- 2.55 बजे बीडीडीएस का स्क्वार्ड तैयार हुआ और बंब की जांच की।
- 3.01 बजे बंब की जांच के दौरा सभी टीम के लोग बैठ गए।
- 3.05 बजे बंब को उठाकर ट्राली में रखा गया।
- 3.13 बजे बंब को गाड़ी में रखा गया।
- 3.14 बजे गाड़ी विमानतल से बाहर निकल गई।
- 3.16 बजे यात्रियों को एक बार फिर विमानतल में प्रवेश दिया गया।
- 3.27 बजे राज्य सरकार की क्वीक रेसपोंस टीम (क्यूआरटी) विमानतल पर पहुंची। जब तक सब सामान्य हो चुका था। पूछने पर सामने आया कि वह आकाशवाणी में और वहां से निकलने से लेकर यहां तक आने में मिले ट्रॉफिक की वजह से ऐसा हुआ।
- 3.30 बजे डीफ ब्रिफिंग मीटिंग हुई जिसमें सभी एजेंसियों की समीक्षा की गई कि कौन समय पर पहुंचा और कौन समय पर नहीं आया।

साल में एक बार करते हैं मॉक ड्रिल

विजय मुलेकर, वरिष्ठ संचालक के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता को ध्यान में रखकर साल में यह एक्सासाईज की जाती है। अचानक से फोन आने के बाद सारी एजेंसियां काम में जुट जाती हैं। हमने सफलता पूर्वक एक्सासाईज पूरी की। यदि किसी एजेंसी को एक्शन लेने में कोई अड़चन या देरी हुई होगी तो हम उसकी समीक्षा करेंगे।

Created On :   23 Oct 2018 3:18 PM GMT

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