SCO शिखर सम्मेलन में पाकिस्तानी राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी

Modi targets indirectly Pakistan on Terror Front in SCO summit
SCO शिखर सम्मेलन में पाकिस्तानी राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी
SCO शिखर सम्मेलन में पाकिस्तानी राष्ट्रपति से मिले पीएम मोदी
हाईलाइट
  • कार्यक्रम के अंतिम दिन सदस्य देशों ने जताई सहयोग की प्रतिबद्धता
  • पाक राष्ट्रपति मामनून हुसैन से भी मिलाया हाथ और पूछे हालचाल
  • बोले आतंक ने अफगानिस्तान को जर्जर किया
  • गनी की हो तारीफ

डिजिटल डेस्क, क्विंगदाओ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन में पाकिस्तानी राष्ट्रपति मामनून से मिले। पीएम मोदी ने शिखर सम्मलेन के दौरान हुए विभिन्न समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद पाक राष्ट्रपति मामनून हुसैन से हाथ मिलाया और हालचाल पूछे। इससे पहले इस बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने इशारों-इशारों में आतंकवाद को प्रोत्साहन देने के लिए पाकिस्तान को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा अफगानिस्तान काफी समय से आतंकवाद से जूझ रहा है। इस पर दुनिया के इस सबसे बड़े संगठन को गौर करना चाहिए। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी ने जिस तरह से आतंकवाद से मुकाबला किया है, उसकी सराहना की जानी चाहिए।
 

 


नसीहत के विपरीत पाक पर साधा निशाना 
उल्लेखनीय है कि चीन ने शुरू से ही कोशिश की थी कि यह मंच भारत और पाकिस्तान के आपसी विवाद का मंच नहीं बन पाए। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने व्यक्तिगत रूप से पीएम नरेंद्र मोदी और पाकिस्तानी राष्ट्रपति मामनून हुसैन से आग्रह किया था कि वे तमाम विवादित मुद्दों को इस मंच पर नहीं उठाएं। इसका असर भी दिखाई दिया। भारत और पाकिस्तान दोनों ने ही विवादित मुद्दों को मंच से नहीं उठाया। जब बात अफगानिस्तान की आई तो पीएम मोदी वहां जारी आतंकी गतिविधियों के बहाने पाकिस्तान को निशाने पर लेने से नहीं चूके। उन्होंने अफगानिस्तान को आतंकवाद का दुखद उदाहरण बताया। उन्होंने पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा कि आतंकवाद ने अफगानिस्तान को हिला कर कर रख दिया है। 

पिछले साल SCO का पूर्ण सदस्‍य बना भारत 
शंघाई सहयोग संगठन की स्थापना 2001 में हुई। यह पहला शिखर सम्मेलन है जब भारत और पाकिस्तान पूर्ण सदस्य के रूप में कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। भारत और पाकिस्तान पिछले साल जून में कजाकिस्तान में अस्ताना शिखर सम्मेलन के दौरान संगठन के पूर्ण सदस्य बने थे। एससीओ के पूर्ण सदस्यों में भारत, चीन, रूस, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान समेत 8 देश शामिल हैं। वहीं, अफगानिस्तान, मंगोलिया, इरान और बेलारूस पर्यवेक्षक हैं। यह दुनिया का सबसे बड़ा क्षेत्रीय संगठन है। दुनिया की लगभग आधी आबादी इस संगठन के तहत आती है। इसके अलावा ग्लोबल जीडीपी में संगठन में सदस्य देशों का हिस्सा लगभग 20 फीसदी बैठता है। 

ईमानदारी से लागू करेंगे समझौते : शी 
संघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के अंतिम दिन आज क्विंगदाओ इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 18 वें एससीओ शिखर समिट के अंतिम दिन आज पीएम मोदी ने संगठन के अन्य सदस्यों के साथ क्विंगदाओ घोषणापत्र और सुरक्षा, आर्थिक सहयोग समझौतों पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन के दौरान हमने सदस्य देशों के साथ विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर विस्तार से विचार विमर्श किया।

 

Created On :   10 Jun 2018 9:28 AM GMT

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