24 हजार से अधिक किसानों को अब तक नहीं मिली बीमा राशि

More than 24 thousand farmers did not get the sum insured
24 हजार से अधिक किसानों को अब तक नहीं मिली बीमा राशि
24 हजार से अधिक किसानों को अब तक नहीं मिली बीमा राशि

डिजिटल डेस्क, गोंदिया। प्राकृतिक आपदा झेल रहे किसानों के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फायदेमंद साबित होगी ऐसा लग रहा था लेकिन इस योजना ने  किसानों को डुबाकर रख दिया है। किसानों की बैंक, सेंट्रल को-ऑप.बैंक  को कहा जाता है। इस बैंक में जिले के 26 हजार 430 किसानों ने करोड़ों रुपयों का फसल बीमा भरा था। यह राशि रिलायंस कंपनी के पास जमा की गई थी। ऐसे में 26 हजार 430 किसानों में से सिर्फ 1 हजार 657 किसानों को ही बीमा का लाभ दिया गया है। जिससे लगभग 24 हजार से अधिक किसान बीमा की प्रतीक्षा में है। 

बीमा कंपनी ने किसानों के साथ किया दगा
बता दें कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से किसानों को फसल नुकसान का लाभ दिया जाता है। इसके लिए किसानों को प्रिमियम भरना पड़ता है। गोंदिया जिले की जिम्मेदारी रिलायंस बीमा कंपनी को सौंपी गई है। फसल नुकसान मिलेगा, इस उद्देश्य को लेकर जिले के 26 हजार 430 कर्जदार किसानों ने जिला सेंट्रल को-ऑप.बैंक के माध्यम से 1 करोड़ 93 लाख 99 हजार 558 रुपए का प्रिमियम जमा किया है। खरीफ फसल पूरी तरह से अल्पवर्षा होने के कारण बर्बाद हो गई है। जिससे उम्मीद जाग गई थी कि फसल बीमा का लाभ बीमे की राशि भरनेवाले किसानों को मिलेगा। जबकि ऐसा नहीं हो सका है। 26 हजार 430कर्जदार किसानों में से सिर्फ 1हजार 657 किसानों को ही 1 करोड़ 21लाख 63 हजार 320रुपए की राशि बीमे के रूप में दी गई है। इससे चर्चा होने लगी है कि बीमा कंपनी ने किसानों के साथ धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए ऐंठने का कार्य किया है।  

आदेश नहीं, लेकिन बीमा प्रिमियम जमा
इस वर्ष फिलहाल बैंक प्रशासन को शासन की ओर से फसल बीमा का प्रिमियम जमा करने का आदेश नहीं दिया गया है। जबकि कर्जदार किसानों से प्रिमियम के रूप में राशि सुरक्षित जमा की जा रही है। अब तक 4 हजार 809 किसानों को जिला सेंट्रल को-ऑप.बैंक की ओर से 38 करोड़ 93 लाख रुपए का कर्ज वितरित किया गया है। 
ए.टेटे, प्रबंधक, जिला सेंट्रल को-ऑप.बैंक, गोंदिया 

किसानों में तीव्र रोष
किसानों का कहना है कि बीमे की राशि कंपनी के पास जमा की है। नुकसान होने पर कंपनी ने फसल नुकसान देना अनिवार्य था। जबकि ऐसा नहीं किया गया है। साथ ही शासन ने बीमा का प्रिमियम भरना सभी कर्जदार किसानों को अनिवार्य कर दिया है, जो अनुचित है। बीमे के लिए किसानों को जबरदस्ती नहीं करनी चाहिए। राशि नहीं मिलने से किसानों में शासन के खिलाफ तीव्र रोष पनप रहा है। जिसका निशाना संबंधित बैंक अधिकारियों को बनना पड़ रहा है। 

Created On :   18 May 2018 7:05 AM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story