मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज ने बनाई पार्टी, अब पकिस्तान में आतंकी बनाएंगे सरकार !

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मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज ने बनाई पार्टी, अब पकिस्तान में आतंकी बनाएंगे सरकार !
मोस्ट वांटेड आतंकी हाफिज ने बनाई पार्टी, अब पकिस्तान में आतंकी बनाएंगे सरकार !

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। मुंबई हमले का मास्टरमाइंड और आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का चीफ हाफिज सईद अब आगे चलकर पाकिस्तान की सरकार में भी शामिल हो सकता है। यही नहीं अब पड़ोसी मुल्क में आतंकवादियों की भी सरकार बन सकती है। यह हम नहीं कहते हैं सोमवार को हाफिज ने अपनी नई पॉलिटिकल पार्टी बनाने की घोषणा कर दी है। इसको देखते हुए हर वतनपरस्त इंसान के दिल से यही सवाल उठ रहा होगा कि क्या आगे चलकर अब पाकिस्तान में आतंकियों की सरकार और आतंकी राज करेंगे? हाफिज ने इस पार्टी का नाम "मिल्ली मुस्लिम लीग पार्टी (MMLP)" रखा है। इस पार्टी का अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद को बनाया गया है। सैफुल्ला हाफिज सईद का खास और जमात-उद-दावा का टॉप मेंबर माना जाता है। इस बात की जानकारी देने के लिए सैफुल्ला ने कल बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी थी, जिसमें उसने इस नई पार्टी के गठन के बारे में बताया। 

पाक को इस्लामिक देश बनाएंगे : सैफुल्ला 

MMLP के अध्यक्ष सैफुल्ला खालिद ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारी पार्टी पाकिस्तान को सही मायने में इस्लामिक देश बनाने की कोशिश करेगी और इसके लिए हम समान विचारधारा वाली पार्टियों को जोड़ने की कोशिश करेंगे और उनका सहयोग करेंगे। हाल ही में हाफिज सईद ने इलेक्शन कमीशन में "मिल्ली मुस्लिम लीग" नाम से पॉलिटिकल पार्टी रजिस्टर्ड करने की एप्लीकेशन दी थी। जिसके बाद सोमवार को इस पार्टी के गठन की घोषणा की गई। खालिद ने ये भी कहा कि हम हाफिज सईद को जल्द से जल्द रिहा कराने की मांग करेंगे। 

जनवरी से पाक में नजरबंद है हाफिज  

दरअसल, अमेरिका ने हाफिज सईद को मोस्ट वांटेड आतंकी मानते हुए उसपर 10 लाख डॉलर का इनाम रखा है। जिसके बाद से पाकिस्तान के अधिकारियों ने ही हाफिज सईद को जनवरी से नजरबंद करके रखा है। पहले हाफिज सईद को अप्रैल तक नजरबंद रखा जाना था, लेकिन बाद में इसको 3 महीने के लिए बढ़ा दिया। इसके बाद जुलाई में हाफिज की नजरबंदी को 2 महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। 

पैठ बनाने के लिए हाफिज ने बनाई पार्टी

आतंकी हाफिज सईद ने पॉलिटिकल पार्टी बनाने का फैसला तब लिया जब पहले से ही पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है। हाल ही में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को पनामा केस में दोषी पाया गया जिसके बाद नवाज को अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी। ऐसे में हाफिज इस वक्त को सही मौके के रुप में देख रहा है। बताया जाता है कि हाफिज सईद और ISI और सेना के बीच अच्छे रिश्ते हैं। ऐसे में यदि हाफिज सईद को पार्टी बनाने की मंजूरी मिल जाती है तो फिर वो पाकिस्तान की राजनीति में अपनी पैठ बनाने में कामयाब हो जाएगा। 

भारत के लिए खतरा होगी हाफिज की पार्टी

वैसे तो हाफिज हमेशा से ही भारत के लिए खतरा है, लेकिन पॉलिटिकल पार्टी बनने के बाद हाफिज सईद भारत के लिए पहले से ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है। अभी तक हाफिज अपने आतंकी लड़ाकों को ही कश्मीर  के लिए भड़काता था। लेकिन पार्टी बनने के बाद वो आम जनता के बीच भी कश्मीर की आजादी को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगलेगा। जिससे भारत के लिए मुश्किल खड़ी हो  सकती है। 

हाफिज का राजनीति में सफल होना मुश्किल

हापिज सईद भले ही राजनीति में एंट्री करने के बाद अच्छे दिन आने की सोच रहा हो, लेकिन पाकिस्तान में उसकी पॉलिटिकल पार्टी का सफल होना बहुत मुश्किल है। पॉलिटिकल एनालिस्ट का कहना है कि पाकिस्तान में धर्म के आधार पर बनी पार्टियों का चुनावों में जीतना बहुत मुश्किल रहता है। उनके मुताबकि फिलहाल पाकिस्तान में मौलाना फजलुर रहमान की पार्टी जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल वहां की सबसे बड़ी धार्मिक पार्टी है,लेकिन उसके बावजूद भी संसद में उसके मात्र दर्जनभर सांसद ही है। इसके अलावा जमात-ए-इस्लामी के भी सिर्फ 6 सांसद ही हैं। ऐसे में ये कहना मुश्किल है कि हाफिज की "मिल्ली मुस्लिम लीग"  कोई कमाल दिखा पाएगी।

Created On :   8 Aug 2017 6:24 AM GMT

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