आखिर बैंक ऑफ बड़ौदा पर क्यों मेहरबान है जिला पंचायत ?

MP Government Panchayat and Rural Development Department Bhopal
आखिर बैंक ऑफ बड़ौदा पर क्यों मेहरबान है जिला पंचायत ?
आखिर बैंक ऑफ बड़ौदा पर क्यों मेहरबान है जिला पंचायत ?

डिजिटल डेस्क, कटनी। प्रदेश शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग भोपाल द्वारा राज्य की सभी जिला पंचायतों एवं जनपद पंचायतों के अलग-अलग बैंक खातों को बंद कर एकल खाता संचालित किए जाने के निर्देश जारी किए गए हैं। इसके बाद जिला पंचायत कटनी द्वारा देश, प्रदेश एवं जिले के अग्रणी बैंकों को छोड़कर एक ऐसे बैंक में एकल खाता खोला गया, जिसकी जिले में महज चार ब्रांच हैं। जिले में सबसे अधिक शाखाओं तथा विस्तृत नेटवर्क वाले बैंक सहित अन्य महत्वपूर्ण बैंकों को छोड़कर सिर्फ चार शाखाओं वाले बैंक आफ बड़ौदा में जिला पंचायत द्वारा एकल खाता खोला जाना सवालों को जन्म दे रहा है।

आखिर ये बैंक क्यों नहीं?

जिले में 26 राष्ट्रीयकृत बैंकों की 106 शाखाएं तथा 150 से अधिक ग्राहक सेवा केन्द्र संचालित हो रहे हैं। जिनमें से सर्वाधिक 25 शाखाएं तथा 80 ग्राहक सेवा केन्द्र स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के हैं। इसके अलावा जिले में सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया की 18 तथा सेन्ट्रल मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक की 14 शाखाएं संचालित हो रही हैं। ऐसे में जिला पंचायत द्वारा 13 जून 2017 को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी आदेश के परिपालन में इन प्रमुख तथा अधिक विस्तृत नेटवर्क वाले बैंकों को छोड़कर जिले में सिर्फ चार शाखाओं वाले बैंक में एकल खाता खोला जाना संदेहास्पद है। इतना ही नहीं जिला पंचायत से काफी पास में ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा भी संचालित होती है। फिर भी इन सभी प्रमुखताओं को दरकिनार किए जाने के पीछे क्या वजह है, यह समझ से परे है।

इनका लक्ष्य अधिक

उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा संचालित विभिन्न ऋण योजनाओं के तहत भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया तथा सेन्ट्रल मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक आदि को बैंक ऑफ बड़ौदा के मुकाबले अधिक टारगेट दिया जाता है। सूत्र बताते हैं कि इन बैंकों द्वारा लक्ष्य को भी पूर्ण किया जाता है, लेकिन इस सबके बावजूद जब एकल खाता संचालित किए जाने की बात सामने आई तो जिला पंचायत के अधिकारियों द्वारा इस एचीवमेंट को भी ताक में रख दिया गया।

अशोकनगर में सामने आया रिश्वत का मामला

जिला पंचायत अशोकनगर सीईओ केपी श्रीवास्तव द्वारा एकल खाता संचालित करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक की अशोकनगर ब्रांच से 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगने संबंधी शिकायत सामने आई थी, जो कि जांच में सही पाए जाने के बाद सीईओ केपी श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया। ऐसे में जिला पंचायत कटनी के भी एकल खाता खोले जाने में कई महत्वपूर्ण तथ्यों को दरकिनार किया जाना कहीं न कहीं इसी तरह के सवाल खड़े कर रहा है। यह भी उल्लेखनीय है कि जिस वक्त एकल खाता खोलने का निर्णय लिया गया। उस वक्त जिला पंचायत के सीईओ फ्रेंक नोबल ए अवकाश पर थे तथा प्रभारी सीईओ द्वारा हैरतअंगेज तीव्रता दिखाते हुए 24 घंटे के भीतर ही एकल खाता बैंक ऑफ बड़ौदा में खोल दिया गया।

जिला पंचायत के सीईओ फ्रेंक नोबल ए ने कहा कि जिस वक्त जिला पंचायत का एकल खाता खोले जाने का निर्णय लिया गया, उस वक्त मैं अवकाश पर था। प्रभारी सीईओ सहित इस निर्णय के लिए एक कमेटी गठित की गई थी। जिसके द्वारा यह निर्णय लिया गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा का चयन करने के पीछे क्या मापदंड रहे, मैं इसकी जानकारी हासिल करूंगा।

Created On :   6 July 2017 7:05 PM GMT

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