बलूचिस्तान से उठी मुशर्रफ को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने की मांग
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पिछले कई दशकों से पाकिस्तान के खिलाफ आजादी की लड़ाई लड़ रहे बलूचिस्तान में एक बार फिर पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के खिलाफ आवाज उठी है। बलूच लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ रहीं प्रोफेसर नायला बलूच कादरी ने मुशर्रफ को ग्लोबर टेररिस्ट घोषित करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि मुशर्रफ ने लश्कर ए तैयबा और हाफिज सईद को समर्थन करने की बात कह कर साबित कर दिया है कि वे देश में आंतकी संगठनों को बढ़ावा देना चाहते हैं। नायला ने कहा, "आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई में अमेरिका को अब आगे आना चाहिए और मुशर्रफ जैसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, जो आतंकी संगठनों को बढ़ावा देने की ख्वाईश रखते हैं।"
गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने हाल ही में कहा था कि वो लश्कर-ए-तैयबा के सबसे बड़े समर्थक हैं। उन्होंने जमात उत दावा चीफ हाफिज सईद की भी जमकर तारीफ की थी। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा था कि हाफिज कश्मीर में सक्रिय है और वो वहां के लोगों को नैतिक समर्थन दे रहा है। मुशर्रफ ने ये भी कहा था कि वे हमेशा से कश्मीर में भारतीय सेना को कुचलना चाहते थे। उनके इन बयानों के बाद पाकिस्तान की राजनीति में हलचल मच गई है।
मुशर्रफ की इन टिप्पणियों पर नायला ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति के ताजा बयानों से लगता है कि उन्होंने अपने शासन काल में लश्कर को मदद पहुंचाई होगी। अमेरिका को गहराई से इस बात की जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा, "इन बयानों के बाद परवेज मुशर्रफ की अमेरिका स्थित संपत्तियों का अमेरिकी प्रशासन जब्त कर सकता है।" नायला ने आगे कहा, "मुशर्रफ हमेशा से आतंक को बढ़ावा देने वाले शख्स रहें हैं। उन्होंने न सिर्फ बलूच लोगों की हत्या कराई बल्कि नरसंहार किया और मानवता के खिलाफ संगीन अपराध किया है।"
Created On :   2 Dec 2017 6:10 PM GMT