तीन तलाक बिल का विरोध : 40 हजार मुस्लिम महिलाओं ने निकाली रैली, कहा- शरियत में सुरक्षित हैं हम

Muslim women said  We are safe in Shariat
तीन तलाक बिल का विरोध : 40 हजार मुस्लिम महिलाओं ने निकाली रैली, कहा- शरियत में सुरक्षित हैं हम
तीन तलाक बिल का विरोध : 40 हजार मुस्लिम महिलाओं ने निकाली रैली, कहा- शरियत में सुरक्षित हैं हम

डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराजधानी में लगभग 40 हजार मुस्लिम महिलाओं ने रैली निकाली। इस दौरान मुस्लिम महिलाओं ने केंद्र को ललकारते कहा कि शरियत में ही हम सुरक्षित है। इस मौके पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की सदस्य मोनिशा बुशरा ने कहा कि मुस्लिम महिलाएं शरीयत कानून में खुद को सुरक्षित महसूस करती हैं। उन्होंने कहा कि शरीयत समस्या नहीं, समाधान है। 3 तलाक बिल के बहाने केंद्र सरकार शरीयत पर निशाना साधना चाहती है। इसे मुस्लिम समाज किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले निकाली गई मुस्लिम महिलाओं की रैली में उस कानून का खिलाफ विरोध किया गया, जिसके तहत तीन बार तलाक कहने पर पुरुष को गिरफ्तार किया जाएगा। कहा जा रहा है कि इससा दुरुपयोग भी हो सकता है। 

अपने ढंग से रहने की शरीयत में व्यवस्था

इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को ललकारा गया। कस्तूरचंद पार्क से मूक रैली निकालकर संविधान चौंक पहुंचने पर जनसभा की गई। जहां मोनिशा बुशरा ने कहा कि शरीयत कानून में मुस्लिमों के आचरण से संबंधित हर पहलुओं का मार्गदर्शन किया गया है। 3 तलाक मुस्लिम महिलाओं की समस्या नहीं, समाधान है। यदि पति-पत्नी के बीच एक-दूसरे के साथ रहने की स्थिति नहीं है, तो रिश्ता तोड़कर अपने ढंग से रहने की शरीयत में व्यवस्था की गई है। तलाक का अधिकार केवल पुरुषों को ही नहीं है। यदि चाहे तो महिला भी खुला लेकर पति से अलग होने का अधिकार रखती है। लेकिन 3 तलाक का मुद्दा उछालकर शरीयत कानून को निशाना बनाया जा रहा है। मुस्लिम महिलाएं इसका सख्त विरोध करती है। उन्होंने कहा कि हजारों की संख्या में सहभागी हुई महिलाएं इस बात का सबसे बड़ा सबूत है। 

नरेंद्र मोदी पर साधा निशाना

केंद्र सरकार के 3 तलाक बिल को लेकर मोनिशा बुशरा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इसे महिलाओं पर अत्याचार बताकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमदर्दी जताना चाहते हैं। उन्होंने खुद अपनी पत्नी को बिना तलाक के मजधार में छोड़ दिया, वह जायज है। यदि मुस्लिम पुरुष अपनी पत्नी को 3 तलाक देता है, तो उसे 3 साल की सजा का प्रावधान किया गया है। बुशरा ने कहा कि इसे कैसे न्याय से जोड़ा जा सकता हे। तीन तलाक की व्यवस्था पर पाबंदी लगाकर समाज और परिवार में तनाव की स्थिति पैदा करने की कोशिश गई है। उन्होंने कहा राम मंदिर निर्माण, संविधान के अनुच्छेद 370 हटाकर सामान्य राज्य का दर्जा देना, समान नागरिक कानून लागू करने का भाजपा का एजेंडा है। इसे पूरा करने की दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए 3 तलाक बिल को हथियार बनाया गया है। भारतीय मुस्लिम मुहिलाएं इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी। मुस्लिम महिलाओं की भावनाओं की कद्र करते हुए, सरकार को यह बिल वापस ले लेना चाहिए। संगठन ने बिल वापस नहीं लेने पर आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है। आंदोलन में अहेले सुन्नतवल जमात, अमाते इस्लामी हिंद, तब्लिगी जमात, अमियत अहेले हदीस और हजारों महिलाएं शामिल हुईं।
 

Created On :   20 March 2018 3:43 PM GMT

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