पुलिस विभाग में सिपाही से लेकर अधिकारियों के ट्रांसफर

Nagpur Police Department :  Transfers from sepoy to officers
पुलिस विभाग में सिपाही से लेकर अधिकारियों के ट्रांसफर
पुलिस विभाग में सिपाही से लेकर अधिकारियों के ट्रांसफर

डिजिटल डेस्क, नागपुर । शहर पुलिस आयुक्तालय की ओर से हाल ही में आंतरिक तबादले किए गए, इसमें सिपाही से लेकर पुलिस अधिकारी शामिल हैं। इस बार अपराध शाखा पुलिस विभाग में कुछ रिपीटर्स के रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें फिर से कार्य करने का अवसर दिया गया है। इस बात को लेकर भले ही कुछ कर्मचारी नाराज हो रहे हैं, लेकिन एक आला अफसर ने साफ कह दिया है कि, जो लोग ठीक ढंग से क्राइम ब्रांच में काम नहीं करेंगे, उन्हें वहां से बाहर कर दिया जाएगा।

चर्चा है कि, एक ही पार्टी को अवसर मिलते रहने से काम की गति की पकड़ ढीली पड़ने लगती है। यह बात अधिकारी भी जानते हैं। उनका कहना है कि, इस बार क्राइम ब्रांच में चार रिपीटर्स आए हैं, उनके रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें दोबारा मौका दिया गया है।

कई कर्मचारी निर्णय से नाखुश
सूत्रों के अनुसार इस बार अपराध शाखा पुलिस विभाग में कई कर्मचारी तबादले को लेकर नाखुश हैं। उनका कहना है कि, उन्हें भी क्राइम ब्रांच में कार्य करने का अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों के बजाय पुलिस आयुक्तालय के क्लर्क पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि, वे ही अधिकारी काे सही जानकारी से दूर रखते हैं। इसके चलते ही उन्हें क्राइम ब्रांच में कार्य करने का अवसर नहीं मिल पाता है। सह पुलिस आयुक्त रवींद्र कदम ने कहा कि, कुछ लाेगों को नाराजगी हो सकती है, लेकिन जो तबादले किए गए हैं, वह नियम व शर्त के अनुसार किए गए हैं। क्राइम ब्रांच में इस बार ज्यादा लोगों का तबादला नहीं किया गया है। 

बता दें कि, जिन पुलिसकर्मियों के तबादले एक बार फिर क्राइम ब्रांच में हुए हैं, उनमें से कुछ की मजबूरी को छोड़ दिया जाए, तो कुछ कर्मचारी दागी रहे हैं। उन पर थानों में मामले तक दर्ज थे और उनके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई तक की जा चुकी है। 

एसीबी ने रिपीटर्स को पकड़ा था
सूत्रों के अनुसार पाल व राजेश सिंह पर एसीबी कार्रवाई कर चुकी है। इसके बाद भी यह फिर से अपना तबादला करवाने में कामयाब हो गए। अन्नू , प्रमोद भी रिपीटर्स हैं। शैलेश पर कोतवाली थानांतर्गत निलंबन की कार्रवाई की जा चुकी है। आंतरिक तबादले में कई कर्मचारियों के नाखुश होने का कारण यह भी माना जा रहा है कि, दागियों को फिर से मनचाही जगह पर आने का मौका मिल जाएगा। अपनी बारी का इंतजार करने वाले इस बार भी इंतजार ही करते रह गए। 

डिटेक्शन की क्षमता देखकर मौका 
क्राइम ब्रांच में जिन लोगों को मौका दिया गया है, उनकी डिटेक्शन की क्षमता को देखकर उन्हें अवसर दिया गया है। उनके रिकॉर्ड को देखते हुए  निर्णय लिया है। उन्होंने पहले भी अच्छा कार्य किया है।   -रवींद्र कदम, सह पुलिस आयुक्त, नागपुर शहर 
 

Created On :   1 July 2019 8:31 AM GMT

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