मानव कंकाल की फाइल की हिफाजत में जुटी पुलिस, ऐसा क्या है इस फाइल में....

Nagpur police in the defence of the human skeleton file
मानव कंकाल की फाइल की हिफाजत में जुटी पुलिस, ऐसा क्या है इस फाइल में....
मानव कंकाल की फाइल की हिफाजत में जुटी पुलिस, ऐसा क्या है इस फाइल में....

डिजिटल डेस्क, नागपुर। सोनेगांव थाने के अधिकारी-कर्मचारी इन दिनों एक ऐसी फाइल की हिफाजत अपनी जान से ज्यादा कर रहे हैं, जो मानव कंकाल प्रकरण से जुड़ी है। वर्ष 2018 में हुई मूसलाधार बारिश में जब सोनेगांव थाना के अंदर करीब 5 फीट पानी भर गया था, तब सारे दस्तावेज खराब हो गए थे। यह फाइल भी उस आपाधापी में कहीं गुम हो गई थी। इस फाइल के गुम हो जाने से प्रकरण के जांच अधिकारी और थाने के कर्मचारियों के हाथ-पांव फूल गए थे। करीब एक हफ्ते तक तलाश होती रही। अंतत: यह फाइल थाने में ही एक अलमारी के ऊपर सुरक्षित मिली। 

शक हर कर्मचारी पर हो रही थी
मनीषनगर के श्रीकृष्णा रेसीडेंसी अपार्टमेंट के गटर के चेंबर में मिले मानव कंकाल प्रकरण से जुड़ी इस फाइल को अब पुलिस बॉक्स में रखा गया है।  इस मामले को लेकर राज्य मानवाधिकार आयोग और शहर पुलिस आयुक्त डॉ. भूषणकुमार उपाध्याय काफी गंभीर हैं। एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि फाइल गुम होने के बाद से  थाने के लोग एक दूसरे को शक की निगाह से देखने लगे थे। तत्कालीन पुलिस निरीक्षक पी. आर. शहा का हाथ भी बताया जाने लगा था, लेकिन सभी ने राहत की सांस ली है। 

एक-एक बयान दर्ज हैं इसमें
मानव कंकाल प्रकरण से जुड़े सभी बयान इस फाइल में दर्ज हैं। कई दस्तावेजों के अलावा पी. आर. शहा की गलती मान लेने संबंधी बयान का जिक्र भी उसी फाइल में है। गटर से कंकाल के मिलने, उसे जमीन में दफनाए जाने, बाद में खोदकर बाहर निकालने से लेकर फारेंसिक लैब तक भेजे जाने की तमाम बातें फाइल में बंद रखी गई थी।  

आखिर तक पता नहीं चल पाया-कंकाल किसका
प्रकरण के जांच अधिकारी अनिल ताकसांडे का मानना है कि गुम हुई यह फाइल शायद दोबारा इसलिए मिली कि उस मानव कंकाल को वह चाहे जिस किसी भी इंसान का है, उसे आज भी न्याय की आस लगी है। हालांकि तमाम कोशिशों के बाद आज तक पुलिस इस बात का पता नहीं लगा पाई कि आखिर मनीष नगर के श्रीकृष्णा रेसीडेंसी अपार्टमेंट की गटर के उस चेंबर में मिला मानव कंकाल किसका है। यह कंकाल वहां तक पहुंचा कैसे? इस कंकाल को उस समय के थानेदार रहे प्रकाश आर. शहा ने तो जानवर की हड्डी बताकर उसे मनीष नगर में रेल पटरी के किनारे गड्डे में नमक की पुड़िया डालकर दफनवा दिया था। 
 

Created On :   1 Feb 2019 4:20 AM GMT

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