लिपिक रंगे हाथ गिरफ्तार, गरीबी रेखा में नाम जोड़ेने मांगी थी रिश्वत

Names are added in poverty line list by taking bribe in Ajaygarh
लिपिक रंगे हाथ गिरफ्तार, गरीबी रेखा में नाम जोड़ेने मांगी थी रिश्वत
लिपिक रंगे हाथ गिरफ्तार, गरीबी रेखा में नाम जोड़ेने मांगी थी रिश्वत

डिजिटल डेस्क पन्ना। रिश्वत लेकर गरीबी रेखा सूची में तहसीलों एवं अनुविभागीय अधिकारी कार्यालयों में नाम जोड़े जाते है। इस आरोप की आज तब उस समय पुष्टि हो गयी जब सागर संभाग की लोकायुक्त पुलिस द्वारा आज दोपहर अजयगढ़ तहसील में छापा डाला गया। लोकायुक्त पुलिस की कार्यवाही के दौरान गरीबी रेखा सूची में नाम जोडऩे के एवज में 1500 रूपयें की रिश्वत लेते हुये तहसील में कार्य कर रहे सहायक ग्रेड-3 राजेश रावत को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
पांच सौ रूपये ले लिए थे पहले
 लोकायुक्त पुलिस द्वारा की गयी कार्यवाही के संदर्भ में जो जानकारी सामने आयी है उसके मुताबिक थाना धरमपुर के ग्राम माखनपुर निवासी मुन्नालाल साहू पिता सुन्दर लाल साहू उम्र 46 वर्ष द्वारा गरीबी रेखा सूची में अपना नाम जोड़े जाने के लिये आवेदन दिया गया था जो कि तहसील से जारी होना था। गरीबी रेखा सूची में नाम जोड़े जाने को लेकर आरोपी राजेश रावत सहायक ग्रेड-3 नायब तहसीदार सर्किल धरमपुर कार्यालय तहसील अजयगढ़ द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी और उसके द्वारा फरियादी मुन्नालाल से कुल 2 हजार रूपये लगेगे यह बता कर 500 रूपयें ले लिये गये। आरोपी लिपिक द्वारा रिश्वत मांगे जाने से परेशान मुन्नालाल द्वारा लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर के कार्यालय में पहुंच कर दिनांक 13-14 मार्च को इसकी शिकायत की गयी । जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक सागर द्वारा शिकायत के दो दिन बाद अजयगढ़ एक टीम भेज कर रिकार्डिंग के जरिये शिकायत का सत्यापन कराया गया। शिकायत सत्य पाये जाने पर लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा टीम को कार्यवाही के लिये निर्देश दिये गये और आज सुबह सागर से लोकायुक्त पुलिस इंस्पेक्टर बृजमोहन द्विवेदी तथा संतोष जमारा के नेतृत्व में अजयगढ़ पहुंची । शिकायत कर्ता के साथ कार्यवाही के लिये पूरी योजना तैयार की गयी। शिकायत कर्ता को कैमिकल लगे नोट आरोपी को रिश्वत के रूप में देने के लिये दिये गये और लोकायुक्त पुलिस की टीम छापामार कार्यवाही के लिये तहसील में पहुंच गयी । जैसे ही फरियादी मुन्ना लाल द्वारा आरोपी लिपिक राजेश रावत के साथ बात-चीत करते हुये उसे 1500 रूपयें रिश्वत के लिये दिये गये और इसका संकेत प्राप्त होते ही लोकायुक्त की पूरी टीम वहां पर पहुंच गयी। जहां पर आरोपी लिपिक को लोकायुक्त पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया तथा रिश्वत लेने से संबंधित सभी साक्ष्यों को पुलिस द्वारा जप्त किया गया। करीब तीन से साढ़े तीन घंटे तक लोकायुक्त पुलिस द्वारा छापा से संबंधित पूरी कार्यवाही करते हुये पंचनामा तैयार कर स्वतंत्र साक्ष्यों की उपस्थिति में आरोपी लिपिक की गिरफ्तारी की कार्यवाही पूरी की गयी। लोकायुक्त की टीम में आरक्षक संतोष गोस्वामी, सुरेन्द्र सिंह, नीलेश पाण्डेय शामिल रहे।
तहसील में मचा हड़कम्प
अजयगढ़ तहसील जहां पर तहसील कार्यालय तथा एसडीएम कार्यालय दोनो ही संचालित होते है । लोकायुक्त पुलिस द्वारा कार्यवाही जैसे ही पता चला कि  लिपिक रिश्वत लेते पकड़ लिया गया है कार्यालय में हड़कम्प मच गया। कार्यरत् कर्मचारी एवं अधिकारी अपनी कुर्सिया छोड़ कर चम्पत हो गये। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व विनय द्विवेदी मंगलवार को आयोजित होने वाली जनसुनवाई में लोगों की समस्याये सुन रहे थे वे जन सुनवाई कार्यक्रम बीच में ही छोड़ कर चले गये।

 

Created On :   20 March 2018 1:53 PM GMT

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