डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए बनी कमेटी, नंदन नीलेकणि होंगे चेयरमैन

Nandan Nilekani will be the chairman of high-level committee on digital payments
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए बनी कमेटी, नंदन नीलेकणि होंगे चेयरमैन
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए बनी कमेटी, नंदन नीलेकणि होंगे चेयरमैन
हाईलाइट
  • इस कमेटी का चेयरमैन नंदन नीलेकणि को बनाया गया है।
  • नंदन नीलेकणि वहीं शख्स है जिन्हें भारत में आधार लागू करने का श्रेय जाता है।
  • भारत में डिजिटल पेमेंट की सेफ्टी और सिक्यॉरिटी को मजबूती देने के लिए RBI ने उच्च-स्तरीय कमेटी का गठन किया है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत में डिजिटल पेमेंट की सेफ्टी और सिक्यॉरिटी को मजबूती देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पांच-सदस्यीय उच्च-स्तरीय कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी का चेयरमैन नंदन नीलेकणि को बनाया गया है। नंदन नीलेकणि वही शख्स हैं, जिन्हें भारत में आधार लागू करने का श्रेय दिया जाता है।

उच्चस्तरीय कमेटी का मकसद देश में डिजिटल पेमेंट की वर्तमान स्थिति का आंकलन करना, डिजिटल पेमेंट को कैसे तेजी से आगे बढ़ाया जा सकता है, डिजिटल पेमेंट की मौजूदा व्यवस्थाओं में खामियां ढूंढकर उन्हें ठीक करने का रास्ता निकालना, ग्राहकों के पैसों को सेफ रखना और डिजिटल पैमेंट के प्रति ग्राहकों का विश्वास बढ़ाने के लिए क्या करना होगा इसका रोडमैप तैयार करना, इन्टरनेट बैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए क्या कदम उठाने होंगे, इन सभी विषयों पर काम करना है। इस कमेटी को पहली मीटिंग के 90 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट पेश करना होगा।

डिजिटल पैमेंट की उच्चस्तरीय कमेटी में नंदन नालेकणी के अलावा ऐच.आर खान (पूर्व RBI डेप्युटी गवर्नर), किशोर सन्सी (पूर्व MD और CEO विजया बैंक), अरुणा शर्मा ( सूचना एवं प्रौघोगिकी मंत्रालय की पूर्व सचिव), संजय जैन (चीफ इनोवेशन ऑफिसर CIIE) है।

बता दें कि नंदन नीलेकणि, UIDAI के अध्यक्ष भी रह चुके हैं, साथ ही वे इन्फोसिस के को-फाउंडर है। नीलेकणि ने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर बेंगलुरु की साउथ सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। हालांकि, उन्हें भाजपा के अनंत कुमार से हार का सामना करना पड़ा था। वे 2015 से राजनीति में सक्रिय नहीं हैं।

Created On :   8 Jan 2019 2:48 PM GMT

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