पर्थ से 1900 नॉटिकल मील दूर समुद्र में मिले नेवी अफसर अभिलाष, फ्रेंच जहाज ने किया रेस्क्यू
- ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से करीब 1900 नॉटिकल मील की दूरी पर पाए गए अभिलाष
- तीन दिन पहले हिंद महासागर में पलट गई थी अभिलाष की नाव
- फ्रेंच जहाज ने इंडियन नेवी ऑफिसर अभिलाष टॉमी का रेस्क्यू किया
डिजिटल डेस्क, पर्थ। बीच समंजर में फंसे इंडियन नेवी ऑफिसर अभिलाष टॉमी का रेस्क्यू कर लिया गया है। इंडियन नेवी के एयरक्राफ्ट द्वारा ट्रेस किए जाने के एक दिन बाद उन्हें फ्रैंच जहाज ओशिरिस ने बीच समंदर से सोमवार दोपहर को बाहर निकाला। नेवी द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार, टॉमी अब आस्ट्रेलियन नेवल शिप HMAS बलारात में सवार होंगे, जो उन्हें एक आइलैंड पर उतारेगा। यहां से INS सतपुड़ा से उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए माॉरिशस ले जाया जाएगा।
दक्षिणी हिंद महासागर में आए भीषण आंधी-तूफान के कारण शुक्रवार को टॉमी की नाव पलट गई थी। 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली तेज हवाएं और 10 मीटर ऊंची उठी समुद्र की लहरों से नाव बहुत ज्यादा डैमेज हो गई थी, जिसके चलते टॉमी बीच समंदर में ही फंसे रह गए थे। उन्हें कमर में भी गहरी चोट आई थी। 39 वर्षीय इंडियन नेवी अफसर को ऑस्ट्रेलिया के पर्थ से करीब 1900 नॉटिकल मील की दूरी पर पाया गया।
#WATCH Golden Globe Race (GGR) skipper Indian Naval officer, Commander Abhilash Tomy being rescued from South Indian Ocean, approximately 1900 nautical miles from Perth, Australia. He got dismasted and suffered a back injury, was rescued earlier today (Source: Indian Navy) pic.twitter.com/mFfTYQrkNl
— ANI (@ANI) September 24, 2018
नेवी अफसर के सफल रेस्क्यू के बाद रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर बताया कि उन्हें यह जानकर बेहद राहत महसूस हो रही है कि फ्रेंच जहाज ने नेवी अफसर अभिलाष टॉमी का रेस्क्यू कर लिया है। रक्षामंत्री ने लिखा, "अभिलाष फिलहाल ठीक हैं। शाम तक वे आइले एम्सटर्डम आइलैंड पहुंचेंगे, जहां से INS सतपूड़ा उन्हें मेडिकल चेकअप के लिए मॉरिशस ले जाएगा।"
बता दें कि अभिलाष ‘एस वी तुराया’ में सवार होकर निकले थे और ‘गोल्डन ग्लोब रेस 2018’ में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। बता दें कि गोल्डन ग्लोब रेस फ्रांस से 1 जुलाई को शुरू हुई थी। इसमें 18 नाविक हिस्सा ले रहे हैं। 39 साल के टॉमी भारत के बेहतरीन नाविकों में से एक माने जाते हैं। इससे पहले 2013 में वे ग्लोब का चक्कर लगाने वाले एकमात्र नाविक बने थे। उन्होंने अभी तक कई अवॉर्ड भी अपने नाम किए हैं।
Created On :   24 Sep 2018 12:04 PM GMT