...इसलिए 'गिनीज बुक' में दर्ज होगा नक्सल प्रभावित 'गड़चिरोली शहर'

Naxal affected Gadchiroli city name will in Guinness Book
...इसलिए 'गिनीज बुक' में दर्ज होगा नक्सल प्रभावित 'गड़चिरोली शहर'
...इसलिए 'गिनीज बुक' में दर्ज होगा नक्सल प्रभावित 'गड़चिरोली शहर'

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। नक्सलियों की दहशत और आतंक से जूझ रहे गड़चिरोली जिले ने अहिंसा का पठन कर नया रिकार्ड्स बनाया है। शनिवार को 7041 विद्यार्थियों और आदिवासियों की उपस्थिति में गांधी विचार एवं अहिंसा नामक किताब का पठन कर गड़चिरोली जिले ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स में एक नया विश्व कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। हालांकि अब इस संदर्भ की अधिकारिक घोषणा नहीं की हैं, लेकिन इस तरह की कोशिश करने वाले तुर्की को पीछे छोड़ नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले ने पूरे विश्व को शांति का संदेश देने का सफल प्रयास किया है।

बता दें कि तुर्की  ने 5 हजार 714 लोगों की उपस्थिति में स्पिरीट ऑफ मून एन्ड स्टार नामक किताब का पठन कर गिनीज बुक में स्थान प्राप्त किया था। इसी तरह के प्रयास में शनिवार को गड़चिरोली जिले ने7041 विद्यार्थियों और आदिवासियों की उपस्थिति में गांधी विचार एवं अहिंसा नामक किताब का पठन किया। तकरीबन128 प्रकार के नियमों को पार करने के बाद गिनीज की अधिकारिक टीम 20  दिनों पश्चात इस रिकार्ड की अधिकृत घोषणा करेगी।

अब तक पूरे देश में किसी पुलिस विभाग द्वारा इस तरह का प्रयास नहीं किया गया था। लेकिन आदिवासी बहुल, नक्सल प्रभावित और अतिपिछड़े गड़चिरोली पुलिस विभाग ने यह प्रयास करते हुए अपनी छाप भी पूरे देशभर में छोड़ी है। शनिवार सुबह 10 बजे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर के हाथों इस विश्व कीर्तिमान कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। आदर्श मित्र मंडल के अध्यक्ष उदय जगताप ने गांधी विचार एवं अहिंसा नामक किताब का पठन किया।

इस कीर्तिमान पर बारीकी से ध्यान रखने 12 सी.ए. की ऑडिटिंग टीम भी पुलिस परेड ग्राऊंड में मौजूद थी। इसके अलावा इग्लैंड के लंदन में स्थित गिनीज बुक रिकार्ड्स के मुख्य कार्यालय के अधिकारी ऑनलाइन रूप से गड़चिरोली के कीर्तिमान पर अपनी नजर रखे हुए थे। कुल 13 ऑनलाइन वीडियो कैमरे समेत एक ड्रोन की मदद भी इस कार्य में ली गयी। गिनीज के समन्वयक पुणे के मिलिंद वेरलेकर इस समय मौजूद थे। विद्यार्थियों और आदिवासियों के हाथों में गिनीज का एक बारकोड टैग लगाया गया था। करीब 20  मिनट के किताब पठन के बाद सभी शामिल विद्यार्थियों, आदिवासियों, पुलिस पटेल, पुलिस विभाग के अधिकारी, कर्मचारी तथा आदर्श मित्र मंडल के कार्यकर्ताओं ने जीत का जश्न मनाया।

 

 

कड़ी सुरक्षा के बीच हुआ आयोजन
चूंकि गड़चिरोली जिला पूरी तरह नक्सल प्रभावित हैं और इस कार्यक्रम में आदिवासी बहुल क्षेत्र के नागरिक, पुलिस पटेल और छात्र सम्मिलित होने वाले थे, इस कारण पुलिस विभाग ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त कर रखे थे। पुलिस परेड मैदान में प्रवेश के लिये तीन द्वार बनाएं गये थे। प्रवेश के तुरंत बाद सभी को बारकोड लगा एक टैग लगाया गया। सभी के लिये विभाग ने भोजन, नाश्ता और ठंडे पानी की व्यवस्था भी कर रखी थी।

एक बड़ी उपलब्धि होगी
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहिर ने कहा कि सारे नियमों को पार कर अगर गड़चिरोली जिले का नाम गिनीज बुक रिकार्ड्स में दर्ज होगा, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। शांति और अहिंसा का संदेश देकर पुलिस विभाग, आदर्श मित्र मंडल अभिनंदन के लिये पात्र है।

हार और जीत के फैसले से अधिक खुशी शांति के संदेश में है
आदर्श मित्र मंडल पुणे के अध्यक्ष उदय जगताप ने कहा है कि गिनीज अपना फैसला आगामी 20 दिनों में सुनाएगा। इसके लिये पुलिस विभाग और आदर्श मित्र मंडल द्वारा सभी दस्तावेज ऑनलाईन तरिके से गिनीज की ओर भेजे जाएंगे। इसके उपरांत सभी 128 प्रकार के नियमों की जांच करने के बाद गिनीज अपने फैसले की घोषणा करेगी। हार और जीत के फैसले से अधिक आज खुशी इस बात की हो रहीं हैं कि, नक्सल प्रभावित गड़चिरोली जिले ने पूरे विश्व को शांति का संदेश दिया है।

वीर बिरसा मुंडा परिजन हुए शामिल
इस ऐतिहासिक पल के दौरान वीर बिरसा मुंड़ा के नाती सुखराम और बुधराम मुंडा, सुखराम की पुत्री चंपा और ज्योनी मुंडा भी शामिल हुए थे। फिलहाल यह परिवार झारखंड राज्य के उलिहातु गांव में अपना गुजर बसर कर रहा है। इस उपलब्धि पर वीर बिरसा मुंडा के परिवार ने पुलिस विभाग समेत आदर्श मित्र मंडल, उडान फाउंडेशन और  लक्ष्मीनृसिंह पतसंस्था के कार्यकर्ताओं को बधाई भी दी।

Created On :   3 March 2018 3:27 PM GMT

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