शरद पवार बोले- कर्जमुक्ति के बाद भी नहीं थम रहीं किसान आत्महत्याएं

NCP President Sharad Pawar Helped accident victims
शरद पवार बोले- कर्जमुक्ति के बाद भी नहीं थम रहीं किसान आत्महत्याएं
शरद पवार बोले- कर्जमुक्ति के बाद भी नहीं थम रहीं किसान आत्महत्याएं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गडचिरोली में पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया शरद पवार ने बुधवार को केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। राकांपा की ओर से किसान आत्महत्या, बेरोजगारी, ओबीसी की समस्याओं पर मंथन करने के लिए आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पवार ने कहा कि कर्जमुक्ति के बाद भी किसान आत्महत्याओं में कमी न आने के लिए कर्जमुक्ति में शामिल जटिल शर्तें जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि इन्हीं शर्तों के कारण अधिकांश किसान इस लाभ से वंचित हैं।  पवार ने कहा कि जब वे केंद्रीय कृषि मंत्री थे तब उनकी सरकार ने देश के किसानों के लिये 71 हजार करोड़ रुपए की कर्जमुक्ति की घोषणा की थी। लेकिन कोई शर्त नहीं लगाई थी। फलस्वरूप किसान आत्महत्या थम गयी थीं। लेकिन अब मौजूदा सरकार ने किसानों के साथ छलावा करने के लिये कर्जमुक्ति की घोषणा की। यही कारण है कि प्रशासनिक स्तर पर योजना पर प्रभावी अमल होता नजर नहीं आ रहा है। 

देश को बुलेट ट्रेन की नहीं, सिंचाई सुविधाओं की जरूरत
राकांपा सुप्रिमो शरद पवार ने कहा कि, देश को बुलेट ट्रेन की कोई आवश्यकता नहीं है। इसके लिए खर्ची गई निधि से देश में सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराने पर जोर देने की जरूरत है। आज किसानों के उत्पादन को नाममात्र समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। जिससे किसान आत्महत्या बढ़ रहीं है। केंद्र की सत्ताधारी सरकार ने विगत तीन वर्षों में केवल सपने ही दिखाए है। वास्तविकता में किसी आश्वासनों की पूर्ति उनके द्वारा नहीं हो पायी है। कर्जमुक्ति के तहत आजतक किसानों को कितना लाभ मिला है, इसके आंकड़े भी सरकार के पास उपलब्ध नहीं है।

शरद पवार ने की घायलो की मद्द
चार दिवसीय विदर्भ दौरे पर आए NCP अध्यक्ष शरद पवार का काफिला गड़चिरोली के लिए निकला। इस बीच भिवापुर के पास टिप्पर और कार की भिड़ंत हो गई। हादसे में घायल लोगों की मदद के लिए शरद पवार रुके और घायलों को अस्पताल पहुंचाने के निर्देश दिए। बताया जा रहा है कि कार में डेढ़ साल की एक बालिका सहित तीन लोग फंसे हुए थे। काफिले ने सभी को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया। 

गुजरते समय हादसा 
बताया जा रहा है कि सड़क हादसे में फंसे घायलों को निकालने के लिए NCP अध्यक्ष शरद पवार ने अपना काफिला रोक दिया। हादसा बुधवार को उमरेड भिवापुर मार्ग पर उस वक्त हुआ जब शरद पवार गड़चिरोली के लिए जा रहे थे। बुधवार की सुबह नागपुर विमानतल पर आगमन होने के बाद पवार सड़क मार्ग से दौरे के लिए रवाना हुए। दिन में 11.30 बजे के दौरान जब पवार का काफिला उमरेड भिवापुर मार्ग से गुजर रहा था तभी उमरेड से 5 किमी की दूरी पर नवेगांव में रेत से भरे टिप्पर ने पीछे से लाल रंग की कार को टक्कर मार दी जिससे कार में सवार डेढ़ वर्ष की बच्ची समेत उसकी मां अनिता,अनुज यादव, रामनिवास यादव और शोभादेवी यादव घायल हो गए। शरद पवार अपने समर्थकों के साथ वहां से गुजर रहे थे उन्होंने अपना वाहन रुकवाया और घायलों को बाहर निकालने के लिए कहा और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की। उसके बाद उनका काफिला आगे बढ़ा।

हादसे की वजह भी काफिला 
हादसे की वजह काफिला ही होना बताया जा रहा है। दरअसल जब काफिला गुजर रहा था। तब पुलिस का पायलट वाहन लोगों को रोक रहा था जिससे कार भी सड़क किनारे रुक गई। इस बीच टिप्पर चालक ने भी टिप्पर रोकने का प्रयास किया, लेकिन उसकी स्पीड तेज होने के कारण वह सीधे कार से जा भिड़ा।

चार जिलों पर होगा फोकस
गौरतलब है कि किसान कर्जमाफी, कीटनाशक छिड़काव से किसानों की मृत्यु व अन्य कारणों से संकट में फंसे किसानों से बातचीत के लिए पवार चार दिन तक विदर्भ दौरे पर हैं। गड़चिरोली, चंद्रपुर, यवतमाल व वर्धा जिले में दौरे काे पवार ने कार्यकर्ताओं पर फोकस रखा है। यवतमाल में वे किसानों से संवाद साधेंगे। चंद्रपुर में प्राध्यापक, चिकित्सक, वकील के अलावा समाज के अन्य घटकों के नेताओं से चर्चा करेंगे। 

 

Created On :   15 Nov 2017 10:51 AM GMT

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