‘खुले में शौच मुक्त महाराष्ट्र’ पर NCP की चुनौती, कहा- हमारे साथ मॉर्निंग सफारी पर चलें सीएम

NCP raises questions on open defecation free Maharashtra, Given challenge to CM
‘खुले में शौच मुक्त महाराष्ट्र’ पर NCP की चुनौती, कहा- हमारे साथ मॉर्निंग सफारी पर चलें सीएम
‘खुले में शौच मुक्त महाराष्ट्र’ पर NCP की चुनौती, कहा- हमारे साथ मॉर्निंग सफारी पर चलें सीएम

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के महाराष्ट्र को खुले में शौच से मुक्त करने की घोषणा पर सवाल खड़े किए हैं। पार्टी प्रवक्ता नवाब मलिक ने दावा किया कि मुंबई जैसे शहर में अभी भी लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि हम मुख्यमंत्री से आह्वान करते हैं कि वे हमारे साथ मार्निंग सफारी पर निकले तो उन्हें असलियत पता चल जाएगी। गुरुवार को प्रदेश राष्ट्रवादी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि केंद्र की यूपीए सरकार खुले में शौच बंद करने के लिए निर्मल भारत अभियान चला चुकी है।

राज्य के दिवंगत पूर्व गृहमंत्री आरआर पाटील का सपना था कि महाराष्ट्र खुले में शौच से मुक्त हो। लेकिन फडणवीस सरकार बगैर पड़ताल के महाराष्ट्र को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया। राकांपा नेता ने कहा कि हमारी मांग है कि सरकार जन आडिट योजना शुरु करे। इससे असलियत सामने आ सकेगी। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को लेकर फिल्म बना चुके अभिनेता अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना ने जुहू बीच पर खुले में शौच कर रहे लोगों की तस्वीर ट्विट की थी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के दावे को गलत बताया जा रहा है।

ग्रामीण अंचल अब खुले में शौच से मुक्त
इससे पहले बुधवार को केंद्र सरकार के ग्राम स्वराज अभियान के तहत मनाए गए स्वच्छ भारत पर्व के मौके पर प्रदेश सरकार ने यह दावा किया था। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रदेश के सभी 34 जिलों के ग्रामीण इलाकों को खुले में शौच से मुक्त हो जाने की घोषणा की थी। शहरी इलाकों को पिछले साल अक्टूबर महीने में ही खुले में शौच से मुक्त घोषित किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत प्रदेश को 2 अक्टूबर 2019 तक खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य दिया था। लेकिन राज्य सरकार ने डेढ़ साल पहले मार्च 2018 तक यह काम पूरा करने की योजना बनाई थी।

जिसको अब पूरा लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में साल 2013-14 से साल 2017-18 के बीच 60 लाख 41 हजार 138 नए शौचालय बनाए गए हैं। इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर 4079 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि देश भर में सबसे अधिक  शौचालयों का निर्माण कार्य महाराष्ट्र में हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी शौचालयों की जिओ टैगिंग की गई है। शौचालय का निर्माण काम कागज पर नहीं बल्कि वास्तव में हुआ है। 

Created On :   19 April 2018 1:07 PM GMT

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