इंडो-चाइना बॉर्डर पर बातचीत से पहले ड्रैगन बोला- डोकलाम विवाद से सीख लेने की जरूरत

Need to learn a lot from the Doklam issue : Chinas MEA spokesman
इंडो-चाइना बॉर्डर पर बातचीत से पहले ड्रैगन बोला- डोकलाम विवाद से सीख लेने की जरूरत
इंडो-चाइना बॉर्डर पर बातचीत से पहले ड्रैगन बोला- डोकलाम विवाद से सीख लेने की जरूरत

डिजिटल डेस्क, पेइचिंग। भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर बातचीत दिसंबर के इसी हफ्ते प्रस्तावित है। भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और चीन के स्टेट काउंसिलर यांग जेची के बीच यह बातचीत होना है। दिल्ली में प्रस्तावित इस बातचीत से ठीक पहले चीन ने एक बार फिर डोकलाम विवाद की बात छेड़ी है। चीन ने कहा है कि डोकलाम विवाद से दोनों देशों को बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ ने कहा है कि भविष्य में दोनों देशों के बीच सीमा विवाद पैदा न हो इसके लिए जरूरी है कि डोकलाम विवाद से सबक लिया जाए।

हुआ ने यह भी कहा कि दोनों देशों के विशेष प्रतिनिधियों की यह मुलाकात केवल सीमा मुद्दे पर बातचीत के लिए ही नहीं है। यह बातचीत दोनों देशों को अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर विचारों को साझा करने का एक अच्छा अवसर प्रदान करेगी। बता दें कि दोनों देशों के बीच यह बातचीत 22 दिसंबर को प्रस्तावित है। हालांकि इस बातचीत को लेकर अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।

गौरतलब है कि इसी साल जून में चीनी सैनिकों द्वारा भूटान के डोकलाम क्षेत्र में रोड बनाने को लेकर दोनों देशों के बीच विवाद शुरू हुआ था। भारतीय सैनिकों ने भारत, चीन और भूटान के इस ट्राइजंक्शन में पहुंचकर चीनी सेना को रोड बनाने से रोक दिया था। इस दौरान दोनों देशों के सैनिकों के बीच हाथापाई भी हुई थी। इस घटना के बाद करीब ढाई महीनों तक डोकलाम में भारतीय-चीनी सैनिक एक-दूसरे के सामने डंटे हुए थे। इस दौरान चीनी मीडिया ने कई बार भारत को युद्ध की धमकी भी दी थी। हालांकि अगस्त के अंत तक यह विवाद सुलझा लिया गया था।

बता दें कि डोकलाम भूटान का क्षेत्र है, जिस पर चीन अपना हिस्सा होने का दावा करता आया है। वहीं भारत का कहना है कि चीन डोकलाम पर कब्जा कर भारत-चीन और भूटान के ट्राइजंक्शन का नक्शा बिगाड़ना चाहता है।

Created On :   19 Dec 2017 1:27 PM GMT

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