अब ताडोबा में रात में भी हो सकेंगे बाघ के दीदार, पहले दिन मुंबई के पर्यटकों ने उठाया नाइट सफारी का लुत्फ 

Night Safari starts in Buffer Zone of TadobaAndhari Tiger Project, Chandrapur
अब ताडोबा में रात में भी हो सकेंगे बाघ के दीदार, पहले दिन मुंबई के पर्यटकों ने उठाया नाइट सफारी का लुत्फ 
अब ताडोबा में रात में भी हो सकेंगे बाघ के दीदार, पहले दिन मुंबई के पर्यटकों ने उठाया नाइट सफारी का लुत्फ 

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। बाघों का घर कहे जाने वाले चंद्रपुर के ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प के बफर जोन में अब नाइट पेट्रोलिंग (नाइट सफारी) की शुरूआत हुई है। 1 फरवरी को शाम 7 बजे मुंबई के पर्यटकों ने दो जिप्सियों के माध्यम से नाइट सफारी का आनंद उठाया। गौरतलब है कि ताडोबा में देश ही नही दुनियाभर से पर्यटक आते हैं। ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प में सुबह 6 और दोपहर 2 बजे ऐसे दो पाली में जंगल सफारी होती है। पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से ताडोबा अंधारी बाघ प्रकल्प के मोहुर्ली बफर में 1 फरवरी 2019 से नाइट सफारी की शुरूआत की गई है। शुक्रवार को पहले दिन सदानंद नामक पर्यटक का स्वागत मोहुर्ली के वनपरिक्षेत्र अधिकारी मुन ने पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। आज शनिवार को नाइट सफारी के लिए पुणे, मुंबई के पर्यटकों के 4 वाहन रवाना हुए। 

3 गेट से मिलेगा प्रवेश

नाइट सफारी मोहुर्ली वनपरिक्षेत्र के पद्मापुर, मोहुर्ली, कोंडेगांव गेट से प्रवेश कर सकेंगे। इसके लिए खुद के चौपहिया वाहन अथवा आवश्यक होने पर जिप्सी किराए से मिलेगी। प्रत्येक गेट से 5 वाहनों को एन्ट्री मिलेगी। एन्ट्री शुल्क 2 हजार रूपए प्रति वाहन अथवा जिप्सी चार्ज 1500 रूपए, गाईड चार्ज 500 रूपए देना पड़ेगा। सफारी रात 7 बजे से रात 10 बजे तक रहेगी। प्रत्येक वाहन के साथ ताडोबा का अधिकृत गाइड लेना आवश्यक है। नाइट सफारी बुकिंग के लिए मोहुर्ली वनपरिक्षेत्र बफर ऑफिस अथवा इको टूरिज्म मैनेजर आगरझरी के पास कर सकते है। 

नियमों का उल्लंघन करने पर होगी कार्रवाई

नाइट सफारी करते समय नियमों का पालन करना आवश्यक है। बडा सर्च लाइट सफारी के समय नहीं ले सकते। धुम्रपान व मद्यपान कर सफारी करने जाने पर वन्यजीव अधिनियम 1972 के कानुन अनुसार कार्रवाई की जाएगी, ऐसी जानकारी आरएफओ मुन ने दी।

Created On :   2 Feb 2019 4:02 PM GMT

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