नीतीश का खुलासा: शाह की सिफारिश पर प्रशांत को JDU में किया शामिल

Niteesh discloses the facts behind appointment of Prashant in JDU
नीतीश का खुलासा: शाह की सिफारिश पर प्रशांत को JDU में किया शामिल
नीतीश का खुलासा: शाह की सिफारिश पर प्रशांत को JDU में किया शामिल
हाईलाइट
  • अमित शाह की सिफारिश पर JDU में शामिल हुए प्रशांत
  • प्रशांत किशोर को जनता दल यूनाइटेड में मिली उपाध्यक्ष पद की कमान

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रशांत किशोर को जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उपाध्यक्ष पद की कमान मिलने के बाद जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार ने बड़ा खुलासा किया है। नीतीश ने कहा, प्रशांत कुमार की अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्रशांत किशोर को जेडीयू में शामिल कराने के लिए खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुझे दो बार फोन किया था। नीतीश ने कहा, प्रशांत हमारे लिए नए नहीं है। प्रशांत से मुझे बेहद लगाव है। वे हमारे साथ 2015 में विधानसभा चुनाव में काम कर चुके हैं। अब उनके साथ काम करने का फिर से मौका मिलेगा। 

गौरलतब है कि प्रशांत किशोर 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत में पर्दे के पीछे खिलाड़ी थे। प्रशांत ने चुनाव के दौरान अहम भूमिका निभाई थी। जिसके बाद से प्रशांत बीजेपी और अमित शाह के बेहद खास माने-जाने लगे थे। मोदी लहर में गूंजने वाला नारा अबकी बार मोदी सरकार प्रशांत किशोर की टीम ने ही गढ़ा था। हालांकि बाद में उन्हें बीजेपी से खुद को अलग कर दिया था, लेकिन अब प्रशांत ने जेडीयू में बतौर उपाध्यक्ष के पद से नई शुरूआत की है। बता दें कि किशोर चुनावी साल में लगातार जेडीयू से युवाओं को जोड़ रहे हैं।पिछले दिनों उन्होंने पटना यूनिवर्सिटी के चुनाव में भी अहम भूमिका निभाई और बीजेपी के खिलाफ जेडीयू को जीत मिली।

ऐसा माना जाता है कि बिहार में प्रशांत किशोर की टीम ने शानदार काम किया है। उन्होंने "बिहार में बहार है, फिर नीतीश कुमार है", "नीतीशे-नीतीशे" जैसे नारे गढ़े जिसके बल पर 2015 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत मिल सकी। अपनी रणनीति के तहत प्रशांत ने नीतीश कुमार की "सुशासन बाबू" वाली छवि को पेश किया। बिहार में बीजेपी का रथ रोक दिया। यह भी कहा जा रहा है कि आज देश में बनने जा रहे महागठबंधन के पीछे प्रशांत कुमार का ही दिमाग है।

Created On :   16 Jan 2019 9:12 AM GMT

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