प्याज आयात से नाखुश गडकरी, बोले- मैंने कहा भी आखिर समझें ये जरुरत क्यों पड़ी

Nitin Gadkari Unhappy with import onion,  said -  why need this
प्याज आयात से नाखुश गडकरी, बोले- मैंने कहा भी आखिर समझें ये जरुरत क्यों पड़ी
प्याज आयात से नाखुश गडकरी, बोले- मैंने कहा भी आखिर समझें ये जरुरत क्यों पड़ी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्याज आयात मामले पर केंद्र सरकार के फैसले पर केंद्रीय लघु सूक्ष्म उद्योग मामले के मंत्री नितीन गडकरी ने अफसोस जताया है। उन्होंने कहा है-प्याज आयात के फैसले के बारे में सुनकर मुझे अच्छा नहीं लगा। मैंने इस मामले पर मंत्रिपरिषद की बैठक में अपना मत भी रखा। मैंने कहा कि प्याज आयात की जरुरत क्यों पड़ रही है। यह भी सुझाव दिया है कि प्याज व टमाटर जैसे कृषि उपज के भंडारण के लिए पर्याप्त व्यवस्था जरुरी है। देश में किसान 2-5 रुपये प्रतिकिलाे के भाव से प्याज बेचते हैं। अधिक पैदावार व भाव नहीं मिलने की स्थिति में प्याज की बिक्री भी नहीं होती है। लिहाजा आरंभ में ही प्याज टमाटर भंडारण की व्यवस्था हो जाए तो किसानों को भी लाभ होगा और प्याज के भाव बढ़ाने नहीं पड़ेंगे। गुरुवार को रेशमबाग मैदान में एग्रोविजन राष्ट्रीय कृषि प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। इसी कार्यक्रम में गडकरी बोल रहे थे। गडकरी की संकल्पना के आधार पर ही यह प्रदर्शनी 10 साल से नियमित आयोजित हो रही है। गडकरी ने यह भी कहा कि फल सब्जी के लिए भी व्यापक भंडारण व्यवस्था करने की आवश्यकता है। विदर्भ में इस तरह की योजनाओं पर काम चल रहा है। कृषि उपज क्षेत्र अनुरुप भंडारण तैयार किए जाएंगे। गौरतलब है कि देश भर में प्याज 50 रुपये से 100 रुपये प्रतिकिलो के दाम से बिक रही है। प्याज के दाम को नियंत्रण में लाने के लिए निजी सार्वजनिक क्षेत्र की व्यापारिक एजेंसियों ने 1000 टन प्याज आयात का आर्डर दिया है। केंद्र सरकार ने भी 1 लाख टन प्याज आयात का फैसला लिया है। इसके लिए व्यापारिक एजेंसियों को प्याज आयात की सुविधा प्रदान की जा रही है। साथ ही दिसंबर में प्याज आयात के लिए नीतिगत सुधारित फैसला लेने की तैयारी है। 

Created On :   22 Nov 2019 3:22 PM GMT

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