NMC की लापरवाही : नीलामी में शो किया प्लाट, जाकर देखा तो खड़ी थी आलीशान बिल्डिंग

NMC negligence show plot in auction there was a building
NMC की लापरवाही : नीलामी में शो किया प्लाट, जाकर देखा तो खड़ी थी आलीशान बिल्डिंग
NMC की लापरवाही : नीलामी में शो किया प्लाट, जाकर देखा तो खड़ी थी आलीशान बिल्डिंग

विजय ऋषि , नागपुर । अपने अधिकारी और कर्मचारियों की लापरवाह कार्यप्रणाली के चलते NMC ही आर्थिक हालत खस्ता हो चली है।  आर्थिक बदहाली से उबरने के लिए नए-नए फंडे अपनाने  के बावजूद  उचित परिणाम सामने नहीं आ रहे हैं। NMC में आंखें बंद कर काम किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला सामने टैक्स वसूली के दौरान सामने आया। NMC अपने रिकॉर्ड में जिसे प्लॉट मानकर रिकवरी निकाल रही थी, दरअसल वहां सालों पहले आलीशन बिल्डिंग बन कर खड़ी हो गई । आश्चर्य तो ये है कि NMC को इसकी भनक तक नहीं है। मामला उजागर होते ही रातों-रात टैक्स भरवाकर मामले पर पर्दा डाल दिया गया, जबकि संपत्तिधारक जोन कार्यालय में नामांतरण का आवेदन और घर बनने के बाद बिजली-पानी के बिल के लिए टैक्स की रसीद लेने गया था।

पन्नासे ले-आउट में है प्लॉट
मामला लक्ष्मीनगर जोन में विमानतल से सटी कॉलोनी भामटी, पन्नासे ले-आउट का है। ग्रीन फील्ड सोसायटी प्लाट नंबर 50 संपत्तिधारक उत्तम मेंढे के नाम से मनपा में दर्ज है। सालों तक संपत्तिकर नहीं भरने पर उनका नाम बकायादार की सूची में आ गया और मनपा में दर्ज प्लाट नंबर 50 की नीलामी प्रक्रिया आरंभ हो गई। नीलामी के कुछ दिन पहले लक्ष्मीनगर जोन के अधिकारियों को पता चला कि जिस प्लाट की वह नीलामी करने जा रहे हैं, वहां तो बंगला बना हुआ है। इसके बाद जोन अधिकारियों ने संपत्तिधारक से संपर्क कर टैक्स भरने काे कहा। इस पर संपत्तिधारक ने कहा कि अचानक भेजा गया लाखों रुपए का टैक्स वह नहीं भर सकता। इसके बाद 8 जनवरी की शाम घर के बाहर टैक्स भरने के लिए लाउडस्पीकर पर अनाउंसमेंट किया गया। तब दवाब के चलते संपत्तिधारक ने रात 10 बजे लक्ष्मीनगर जोन में टैक्स भरा। मजे की बात यह है कि इस संपत्तिधारक के लिए रात 12 बजे तक दफ्तर खोले रखने की बात कही गई थी।

ये है मामला
उत्तम मेंढे के प्लाट का एरिया 1606 वर्ग फीट है। वहां कई साल से दो मंजिला घर बना हुआ है, जिसकी जानकारी मनपा को नहीं थी। संपत्तिधारक का हर साल 1676 रुपए टैक्स आता है। उसने 1988 से संपत्ति कर जमा नहीं किया था। इससे उसका बैलेंस 35 हजार 733 रुपए हो गया था। नीलामी के लिए निकालने की वजह से संपत्तिधारक को 59 हजार 889 भरना पड़ा। इसमें नीलामी के लिए निकाले गए खर्च को भी शामिल किया गया। 

हिस्ट्री मालूम  करनी पड़ेगी
मामले की हिस्ट्री मालूम करनी पड़ेगी कि वास्तविकता क्या है। संपत्तिधारक को पहला डिमांड भेजा, तबसे ध्यान देना होगा। उसके बाद यूजर चेंज की जानकारी करनी होगी कब हुआ।
(अश्विन मुदगल, आयुक्त, मनपा)

टैक्स बढ़ाने की धमकी
यह प्लॉट सोसायटी से 1999 में भूषण जगन्नाथ पाटिल ने खरीदा था। 2012 में उनसे खरीदकर 2013 में अपना घर बनाया। 8 जनवरी को घर के बाहर अनाउंसमेंट किया गया, जिससे मेरी कॉलोनी में बदनामी हुई। मेरी पत्नी ने फोन कर बताया कि टैक्स लेने वाले धमकी दे रहे हैं। हमसे कहा गया कि रात 12 बजे तक टैक्स भर सकते हैं। मैंने कहा कि मेरे पास पैसे नहीं हैं, तो मुझे टैक्स बढ़ाने की धमकी दी। आखिरकार मैंने पत्नी के गहने बेचकर  रात 10 बजे लक्ष्मीनगर जोन में जाकर टैक्स भरा।
(उत्तम मेंढे, संपत्तिधारक)
 

Created On :   16 Jan 2018 6:34 AM GMT

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