आरबीआई के रेपो रेट में बदलाव नहीं, लोन मार्केट में निराशा
टीम डिजिटल, नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बुधवार को जारी मॉनिटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. उम्मीद यह की जा रही थी कि होम और कार लोन को बढ़ावा देने के लिए बैंक अपने रेपो रेट में कटौती करेगी.
आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल की अध्यक्षता में गठित मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी ने 6.25 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 6 फीसदी पर ही कायम रखा है। 1 जुलाई से लागू होने वाले जीएसटी और मानसून की चाल को देखते हुए रिजर्व बैंक वेट एंड वॉच की नीति पर चलना चाहता है। अभी भी आरबीआई के पास नोटबंदी के बाद 60 बिलियन डॉलर की लिक्विडीटी मौजूद है। इसके साथ ही महंगाई दर में कमी, पिछले दो सालों में विकास दर का निचले स्तर पर होना और 1992 के बाद लोन की डिमांड में कमी होना भी इसके प्रमुख कारणों में शामिल है।
महंगाई को लेकर आरबीआई का कहना है कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली छमाही में यह 2 प्रतिशत से 3.5 प्रतिशत तक रहा सकती है जबकि दूसरी छमाही में महंगाई दर 3.5-4.5 प्रतिशत तक रहने का अनुमान है। गौरतलब है कि एमपीसी के 5 सदस्य मौजूदा ब्याज दरों में बदलाव के पक्ष में नहीं हैं और उन्होंने इसे बरकरार रखने के पक्ष में मत दिया। एमपीसी ने जीडीपी ग्रोथ के अनुमान में 0.1 प्रतिशत की कटौती करते हुए इसे 7.4 प्रतिशत से 7.3 प्रतिशत कर दिया है।
Created On :   7 Jun 2017 9:28 AM GMT