हज हाउस में बीमार पड़ी महिला, इलाज करने नहीं मिला कोई डाक्टर

No Doctor is available in Hajj house to treat the sudden ill lady
हज हाउस में बीमार पड़ी महिला, इलाज करने नहीं मिला कोई डाक्टर
हज हाउस में बीमार पड़ी महिला, इलाज करने नहीं मिला कोई डाक्टर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हज यात्रा के तीसरे दिन हज हाउस में अकोला की महिला हाजी अचानक बीमार पड़ गई, लेकिन हज हाउस में मेयो अस्पताल का कोई डॉक्टर मौजूद नहीं होने से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में गैरसरकारी संस्था अशरा फाउंडेशन के डाक्टर ने महिला का इलाज किया, जिससे महिला को राहत मिली। विभागीय आयुक्त ने हज हाउस में दवाखाना खोलने के निर्देश मेयो अस्पताल को दिए थे, लेकिन मेयो अस्पताल ने आयुक्त के निर्देशों को ताक पर रख दिया।

नहीं खुला मेयो का बूथ
उल्लेखनीय है कि, हज यात्रा की तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक 22 जून को विभागीय आयुक्त कार्यालय में विभागीय आयुक्त अनूपकुमार की अध्यक्षता में हुई थी। आयुक्त ने बैठक में कलेक्टर कार्यालय, मनपा, नासुप्र सहित सभी संबंधित विभागों को कामकाज की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस संबंध में बाकायदा कार्य विभाजन पत्रिका भी वितरित की गई थी।

पत्रिका में स्पष्ट लिखा है कि ‘यात्रियों के टीकाकरण के लिए मेयो अस्पताल हज हाउस में बूथ खोले।’ साथ ही एक स्ट्रेचर और वरिष्ठ डाक्टर की नियुक्ति के आदेश भी दिए गए थे। इसके बावजूद मेयो की ओर से न बूथ खोला गया, न ही डाक्टरों की तैनाती की गई। मंगलवार को सुबह अचानक अकोला की महिला हाजी की तबीयत बिगड़ गई। उनका इलाज करने के लिए मेयो का कोई डाॅक्टर नहीं था। आखिरकार अशरा फाउंडेशन के डाॅक्टर ने महिला हाजी का इलाज किया।

निर्देशों की अवहेलना
हाजी मो. कलाम ने बताया कि हज हाउस में दवाखाना खोलने के निर्देश पार्षद दयाशंकर तिवारी तथा जुल्फेकार भुट्‌टो ने मनपा स्वास्थ्य विभाग को दिए थे, लेकिन उनके निर्देशों की भी अवहेलना की गई। दयाशंकर तिवारी ने सोमवार को मनपा स्वास्थ्य अधिकारी से बात की, तो उन्हें बताया गया कि मंगलवार को दवाखाना खोला जाएगा।  भुट्‌टो ने स्वास्थ्य अधिकारी अनिल चिव्हाणे को पत्र दिया, तो उन्हें  शीघ्र को दवाखाना खोलने का आश्वासन दिया गया।
 

Created On :   1 Aug 2018 8:43 AM GMT

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