चुनाव कार्य से बचने नहीं बना सकेंगे बहाना, जिला मेडिकल बोर्ड करेगा परीक्षण, तब मिलेगी छुट्टी

No excuses to escape election work,board will test then get leave
चुनाव कार्य से बचने नहीं बना सकेंगे बहाना, जिला मेडिकल बोर्ड करेगा परीक्षण, तब मिलेगी छुट्टी
चुनाव कार्य से बचने नहीं बना सकेंगे बहाना, जिला मेडिकल बोर्ड करेगा परीक्षण, तब मिलेगी छुट्टी

डिजिटल डेस्क,कटनी। आदर्श आचार संहिता के दौरान निर्वाचन कार्य से बचने के लिए अब बीमारी का बहाना संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों के लिए मंहगा पड़ेगा। सिर्फ उन्हीं लोगों को इस दौरान छुट्टी मिल सकेगी, जो वास्तविक रुप से बीमार या फिर किसी अन्य तरह से पीडित हैं। यदि कोई कर्मचारी-अधिकारी छुट्टी के लिए आवेदन देता है, तो उसका जिला अस्पताल के मेडिकल बोर्ड में परीक्षण कराया जाएगा। यहां से अभिमत मिलने के बाद ही मैनपावर मैनेजमेंट आगे की कार्यवाही करेगा।
डॉक्टरों की होगी जिम्मेदारी मेडिकल बोर्ड में बैठने वाले डॉक्टरों के साथ सिविल सर्जन की भी जिम्मेदारी कलेक्टर डॉ.पंकज जैन ने तय कर दी है। सीएस को जारी निर्देश में कहा गया है कि जिला मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी चिकित्सा प्रमाण पत्र स्वस्थ्य/अस्वस्थ्य प्रतिदिन जारी किए जाएंगे। मैनपावर मैनेजमेंट द्वारा जारी प्रारुप में पीडित का स्पष्ट अभिमत लिखना होगा। जिसमें कर्मचारी/अधिकारी के पदनाम सहित, बीमारी का नाम, प्रतिशत और लोक सभा निर्वाचन 2019 में डयूटी के लिए वह समर्थ है अथवा नहीं। इस बात का भी उल्लेख करना होगा। निर्धारित प्रारुप में अभिमत नहीं होने पर मेडिकल बोर्ड के साथ सीएस को भी जिम्मेदार मानते हुए दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी।
पिछले चुनाव में चार सौ मामले
विधानसभा चुनाव में करीब साढ़े चार सौ मामले ऐसे आए थे। जिसमें मेडिकल बोर्ड ने अपनी रिपोर्ट दी थी। छुट्टियों का आवेदन लेकर तो कई कर्मचारी कार्यालय में  हुंचे थे। लेकिन जब मेडिकल बोर्ड के परीक्षण की जानकारी लगी, तो कई कर्मचारी और अधिकारी ऐसे रहे। जो आवेदन जेब मेें ही रखकर वापस आ गए। इस बार कर्मचारी और अधिकारियों के साथ डॉक्टरों की भी जिम्मेदारी तय कर दी गई है। विधानसभा चुनाव मेें पोलिंग पार्टी के लिए करीब 7700 लोगों की डयूटी लगाई गई थी।
आदेश के बाद हड़कंप
कलेक्टर के आदेश की जैसे ही जानकारी कर्मचारियों और अधिकारियों को लगी। कर्मचारियों में ऊहापोह की स्थिति देखी गई। कलेक्टर के सख्त रवैया को देखते हुए कर्मचारी यही कहते रहे कि वास्तव में जिन्हें किसी तरह से परेशानी हैं, वो ही आवेदन दें। अन्यथा उनकी झूठ पकड़ में आ जाएगी। आचार संहिता के बाद अधिकारी और कर्मचारियों के छुट्टियों को निरस्त करते हुए उन्हें काम में लौटने के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को जिला रोजगार अधिकारी डीके पासी जो 15 मार्च तक अवकाश में रहे। उनका अवकाश निरस्त कर दिया गया है।
परिवार का भी नहीं चलेगा बहाना
पिछली विधानसभा में परिवार के सदस्यों के नाम से भी कई कर्मचारी बीमारी का बहाना बनाये थे। इस बार प्रशासन पहले से ही सजग हो गया है और कर्मचारियों की किसी भी तरह की बहानेबाजी सुनने को तैयार नहीं है। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ जरूरतमंद लोग ही चुनाव के दरम्यान छुट्टी ले सकेंगे जिसकी  मंजरूी जिला निर्वाचन अधिकारी से लेना अनिवार्य होगा। पिछले विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस आदेश को इस बार कड़ाई से पालन कराने का निर्णय लिया गया है।

 

Created On :   12 March 2019 8:22 AM GMT

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