मां बीमार, दवा का खर्च नहीं उठा सका बेटा, निराश होकर कर ली आत्महत्या

Not afford medicine for illness of Mother, son committed suicide
मां बीमार, दवा का खर्च नहीं उठा सका बेटा, निराश होकर कर ली आत्महत्या
मां बीमार, दवा का खर्च नहीं उठा सका बेटा, निराश होकर कर ली आत्महत्या

डिजिटल डेस्क, पुणे। कहते हैं मां अपनी औलाद को दुखी देखकर खुद भी दुखी हो जाती है, लेकिन एक बेटा अपनी मां की बीमारी से इतना निराश हो गया कि उसने मौत को गले लगा लिया। मां को हुई गंभीर बीमारी से वो काफी निराश हो चुका था। 24 वर्षीय बेटे ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या की। बुधवार रात ताथवड़े इलाके की इस घटना से इलाके में मातम पसर गया। लड़का अपनी मां से बहुत प्यार करता था। उसे दुखी नहीं देख पाता, मन ही मन वो भगवान से अपनी मां के लिए मिन्नतें करता। लेकिन जब उसे पता चला कि मां की बीमारी गंभीर है, वो मां तो परेशान देख नहीं पाता।

मां की बीमारी का रंज, कर ली आत्महत्या
पुलिस के मुताबिक गौतम ठोसर नामक इस युवक की उम्र महज 24 साल थी। गौतम अपने बड़े भाई और मां के साथ सोनवणे बस्ती में रहता था। वो इलेक्ट्रिक का काम करता था। कुछ साल पहले उसके पिता का देहांत हो गया था। इसलिए घर की जिम्मेदारी गौतम और उसके भाई के कांधों पर आ गई। ऐसे में मां को गंभीर बीमारी होने की जब जानकारी लगी। मानो उसके पैरों तले से जमीन सरक गई। उसने जैसे तैसे कर मां को इलाज के लिए निजी अस्पताल भर्ती कराया। लेकिन इलाज का खर्च उठाना दोनो भाईयों के बस में नहीं था।

घर की हालत खराब, नहीं उठा पा रहा था दवा का खर्च
दोनों भाईयों के सामने आर्थिक समस्या आ खड़ी थी। इसी बात को लेकर गौतम निराश हो गया। बुधवार रात जब वह घर में अकेला था। उस समय उसने फांसी लगाकर आत्महत्या की। थोड़ी देर बाद उसका बड़ा भाई घर लौटा और उसने घर का दरवाजा खटखटाया, लेकिन भीतर से गौतम की आवाज नहीं आ रही थी। इसके बाद जब उसने दरवाजा तोड़ा, तब दुख का पहाड़ टूट पड़ा। वाकड़ पुलिस थाने में मामला दर्ज कराया गया। मृतक को भाई ने पुलिस को बताया कि मां कि बीमारी को लेकर गौतम को चिन्ता सताई जा रही थी। वो मां को इस हाल में नहीं देखना चाहता था। लेकिन घर की हालत इतनी खराब है कि दो जून की रोटी ही मुश्किल नसीब हो रही है। ऐसे में मां के इलाज का खर्च सुनकर गौतम रंज में आ गया।

Created On :   12 April 2018 3:58 PM GMT

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