अब दिल्ली दरबार में तय होगा भारिप-कांग्रेस गठबंधन का भविष्य

Now High command will decide the future of Bharip-Congress alliance
अब दिल्ली दरबार में तय होगा भारिप-कांग्रेस गठबंधन का भविष्य
अब दिल्ली दरबार में तय होगा भारिप-कांग्रेस गठबंधन का भविष्य

डिजिटल डेस्क, मुंबई। एमआईएम के साथ गठबंधन का एलान कर भारिप बहुजन महासंघ के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने महागठबंधन बनाने में जुटी कांग्रेस को दबाव में ला दिया है। गुरुवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माणिकराव ठाकरे और विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्ण विखेपाटील ने श्री आंबेडकर से मुलाकात कर गठबंधन की बाबत चर्चा की। लेकिन आंबेडकर इस बात पर अडे रहे कि महागठबंधन में एमआईएम को भी शामिल किया जाए।  
आगामी चुनावों में गठबंधन की बाबत चर्चा करने के लिए कांग्रेस नेता भारिप-बहुजन महासंघ के साथ गठबंधन को लेकर प्रकाश आंबेडकर से चर्चा की। सूत्रों के अनुसार इस दौरान सीटों की संख्या को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई क्योंकि प्रकाश आंबेडकर चाहते हैं कि कांग्रेस एमआईएम को भी महागठबंधन में शामिल करने के लिए तैयार हो। लेकिन कांग्रेस इस प्रस्ताव को लेकर सहज नहीं।

पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि अब तक कांग्रेस एमआईएम को सांप्रदायिक दल मानते हुए उसका यह कह कर विरोध करती रही है कि वह भाजपा के एजेंट के रुप में काम करती है। ऐसी स्थिति में उसे अपने गठबंधन में शामिल करना पार्टी के लिए मुश्किल है। इसके लिए पार्टी को नीतिगत फैसला लेना होगा। इसकी जानकारी पार्टी हाईकमान को दी जाएगी। पार्टी अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार आंबेडकर के साथ गठबंधन की बाबत फैसला लिया जाएगा। 

पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि दरअसल प्रकाश आंबेडकर एमआईएम के साथ गठबंधन का जुमला छोड़ कर कांग्रेस पर दबाव बना रहे हैं। प्रकाश सीट बंटवारे में लोकसभा की 12 सीटे चाहते हैं जबकि वास्तव में उनकी पार्टी की इतनी राजनीतिक ताकत है नहीं। 
          

Created On :   20 Sep 2018 2:55 PM GMT

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