अब एयर इंडिया में मिडिल सीट्स पर सफर करना पड़ेगा महंगा
डिजिटल डेस्क । अगर आप हवाई सफर करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपके लिए बुरी खबर है। सरकारी विमानन कम्पनी एयर इंडिया के यात्रियों को अब विमान में आगे और बीच की पंक्तियों की सीटों के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे। विमान कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस कदम से अधिक सहायक राजस्व जुटाने में मदद मिलेगी, जो कि कुल राजस्व के एक प्रतिशत से भी कम है।
हालांकि पीछे की सीटों (नैरो बॉडी विमानों में 5वीं से 8वीं पंक्ति तथा वाइड बॉडी विमानों में 9वीं से 14वीं पंक्ति तक) की सभी सीटों के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा। इनमें विंडो, आइल तथा मिडिल सीट शामिल हैं। डोमेस्टिक उड़ानों तथा नेपाल जैसी चुनिंदा इंटरनेशनल उड़ानों में मिडिल सीट के लिए 100 रुपए का शुल्क लिया जाएगा। जबकि ज्यादातर इंटरनेशनल उड़ानों में मिडिल सीट के लिए 200 रुपए वसूले जाएंगे।
बच्चों को फ्री में मुहैया कराई जाएंगी सीट्स
बच्चों को फ्री में सीट्स मुहैया कराई जाएंगी। भुगतान पर पसंदीदा सीटों के चयन की सुविधा उड़ान से चार घंटे पहले तक उपलब्ध रहेगी। ज्यादातर विमानों में प्रत्येक पंक्ति में गलियारे के साथ तीन-तीन सीटों का युग्म होता है। जैसे ए, बी और सी तथा डी, ई और एफ। इनमें बीच वाली सीटों (बी और ई) को मिडिल सीट माना जाता है। आम तौर पर लोग बीच वाली सीट पर बैठना पसंद नहीं करते, लेकिन जिन यात्रियों के साथ बच्चे, बुजुर्ग या बीमार होते हैं वे अपने लिए बीच वाली सीट को प्राथमिकता देते हैं ताकि बच्चे, बुजुर्ग या बीमार को विंडो अथवा आइल सीट मिले और उन्हें बार-बार वॉशरूम जाने में सहूलियत हो। एयर इंडिया के एक अधिकारी के अनुसार बीच की सीटों के लिए शुल्क वसूलने का निर्णय अंतरराष्ट्रीय चलन के अनुरूप है।
एयर इंडिया की अतिरिक्त आमदनी में होगा इजाफा
कई अंतरराष्ट्रीय एयरलाइनें ऐसा करती हैं। इससे एयर इंडिया की अतिरिक्त आमदनी में इजाफा होगा। अभी निर्धारित से अधिक वजन का सामान ले जाने वाले यात्रियों से एयर इंडिया को 100 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आमदनी एडिशनल बैगेज अलाउंस के रूप में होती है। इसी तरह इकोनॉमी क्लास के यात्रियों को बिजनेस क्लास में अपग्रेड करने से 200 करोड़ रुपए की अतिरिक्त आय होती है।
Created On :   18 April 2018 8:20 AM GMT