अब तकनीकी सुविधाओं से लैस एंंबुलेंस को ही मिलेगा परमिट, नहीं चलेगी मनमानी

Now permit will given to ambulance equipped with technical facilities
अब तकनीकी सुविधाओं से लैस एंंबुलेंस को ही मिलेगा परमिट, नहीं चलेगी मनमानी
अब तकनीकी सुविधाओं से लैस एंंबुलेंस को ही मिलेगा परमिट, नहीं चलेगी मनमानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। किसी भी चार पहिया वाहन पर एंबुलेंस लिखकर चलाने का काम अब नहीं चलेगा। जिला प्रशासन ने इस पर नकेल कसते हुए जरूरी दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। निजी और सरकारी अस्पताल में अब जो भी नई एंबुलेंस लगेगी, उसमें रोगी के लिए जरूरी सुविधाएं होने के बाद ही उसे परमिट देने के निर्देश RTO को दिए गए है। जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद के पदसिध्द अध्यक्ष जिलाधीश होते हैं आैर ग्राहकों के हितों का ध्यान रखना परिषद का काम है। जिलाधीश कार्यालय में जिला आपूर्ति अधिकारी भास्कर तायडे की अध्यक्षता में हुई परिषद की बैठक में एंबुलेंस की मनमानी पर लगाम कसने का निर्णय हुआ। निजी व सरकारी अस्पतालों में चलनेवाली एंबुलेंस में रोगी के लिए तय व जरूरी सुविधाएं होना आवश्यक है।

इसी तरह अस्पताल व एंबुलेंस में रेट चार्ट होना जरूरी है। एंबुलेंस में कौनसी सुविधाएं होनी चाहिए, यह RTO के नियमों में दर्ज है। RTO इस बात को देखेगा कि नई एंबुलेंस में वो सुविधा है या नहीं। सुविधा नहीं होने पर ऐसे एंबुलेंस को चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। तय मानकों व नियमों पर अमल कराने का काम नई एंबुलेंस से शुरू होगा आैर इसके बाद जो एंबुलेंस पहले से अस्पताल में सेवा दे रहे है, उनकी भी जांच पड़ताल की जाएगी। अस्पताल व एंबुलेंस में रेट चार्ट नहीं रखनेवाले एंबुलेंस पर कार्रवाई की जाएगी।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी की अगुवाई में काम करनेवाली स्थानीय स्वास्थ्य मशीनरी व RTO को एंबुलेंस की जांच करनी है। रेट चार्ट नहीं होने से एंबुलेंस चालक रोगी से मनमाना शुल्क वसुलते है। इसीतरह रोगी के लिए जरूरी आक्सिजन व वैद्यकीय सुविधा नहीं रहने से कई बार रोगी का नुकसान होता है। जिला प्रशासन के अनुसार अागे से ऐसी मनमानी नहीं चलेगी। जिला उपभोक्ता संरक्षण परिषद की बैठक में सबसे ज्यादा शिकायतें एंबुलेंस की मनमानी की उठी। आक्सिजन या वैद्यकीय सुविधा नहीं रहने के बावजूद धडल्ले से शहर में एंबुलेंस दोड़ने व रेट चार्ट का बोर्ड नहीं होने शिकायतें रखी गई।

नियमों के अनुसार कितना किराया लिया जाए, यह RTO तय करता है। परिषद ने जिला स्वास्थ्य मशीनरी व RTO को मिलकर इस दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए। अगले महीने होनेवाली बैठक में इससंबंध में रिपोर्ट पेश की जाएगी। तायडे की अध्यक्षता में हुई बैठक में खाद्यान्न वितरण अधिकारी लीलाधर वार्डेकर, सहायक RTO मार्तंड नेवासकर, अशासकीय सदस्य विनोद देशमुख, श्रीराम सातपुते, डा. सविता मोकदम, संजय धर्माधिकारी, डा. कल्पना उपाध्याय, गणेश शेरोले उपस्थित थे।

Created On :   26 Nov 2018 2:40 PM GMT

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