अब कोराडी की मां महालक्ष्मी को भक्त लगा सकेंगे भोग, संस्थान ने लिया एतिहासिक निर्णय

Now the devotees directly can do prasad ritual to Maa Karodi
अब कोराडी की मां महालक्ष्मी को भक्त लगा सकेंगे भोग, संस्थान ने लिया एतिहासिक निर्णय
अब कोराडी की मां महालक्ष्मी को भक्त लगा सकेंगे भोग, संस्थान ने लिया एतिहासिक निर्णय

डिजिटल डेस्क, नागपुर। भक्तों का श्रद्धास्थान कोराडी वाली मां महालक्ष्मी को अब भक्त भी प्रसाद का भोग लगा सकेंगे। श्री महालक्ष्मी जगदंबा संस्थान ने नैवैद्य एवं प्रसाद दान का अवसर भक्तों को प्रदान करने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। भक्त किराना एवं राशन आदि दान स्वरूप मां के दरबार में दे सकेंगे। इसी दान के अन्न का भोज तैयार कर संस्थान माता को भोग स्वरूप चढ़ाएगा। दान करने वाले भक्तों की सूची भी मंदिर के दर्शनीय स्थल पर लगाई जाएगी। हाॅल में हलवे का नैवैद्य तथा लगभग 50 से 60 पुजारी और सेवकों का भोजन प्रसाद के रूप में रहेगा। यह प्रसाद माता को दिन में दो बार चढ़ाया जाता है।

उल्लेखनीय है कि प्रतिदिन दोपहर 12 बजे प्रसाद के रूप में मां को भोग चढ़ाया जाता है। आरती के बाद यह प्रसाद भक्तों को वितरित किया जाता है। मां के प्रसाद के लिए श्रद्धालु आस्था तथा विश्वास से बाट जोहते हैं। आरती के बाद मंदिर के पुजारी और सेवक भोजन का प्रसाद ग्रहण करते हैं। महालक्ष्मी मंदिर में प्रतिदिन नैवैद्य व प्रसाद संस्थान की ओर से किया जाता है। इसका खर्च श्रद्धालुओं द्वारा दी गई दान राशि से किया जाता है। अन्य धार्मिक स्थलों की तर्ज पर नैवैद्य व प्रसाद के लिए प्रत्यक्ष दान करने का अवसर प्राप्त हो ऐसी अपेक्षा अनेक भक्तों की थी। अन्नदान का महान पुण्य कार्य करने की इच्छा भक्तों के मन में कई वर्षों से चल रही थी।

अक्टूबर तक नैवेद्य बुक
संस्थान ने फैसले के बाद दानवीरों में दान करने की होड़ लगी है। जून से अक्टूबर तक नैवेद्य-प्रसाद की बुकिंग होने की जानकारी संस्थान के अध्यक्ष मुकेश शर्मा तथा सचिव केशवराव फुलझेले ने दी। नैवैद्य तथा प्रसाद के लिए किराना-अनाज देने के इच्छुक भक्त संस्थान के दान काउंटर से संपर्क कर सकते हैं।

देश के प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में कोराडी मंदिर होगा शामिल : बावनकुले
जिले के पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले का कहना है कि देश के प्रख्यात तीर्थस्थलों और मंदिरों की तर्ज पर कोराडी का महालक्ष्मी जगदंबा का मंदिर बनेगा। उन्होंने कहा कि इसे अदभुत एवं सर्वसुविधायुक्त बनाकर भक्तों को कतई तकलीफ न हो इसका ध्यान रखा जाएगा। भक्तों के मन में मां जगदंबा के प्रति अटूट आस्था है। भक्तों की मंशा थी कि शेगांव, शिर्डी कीे तर्ज पर यह प्रसादालय हो। वह भी मां जगदंबा पूरी करेगी। हाॅल में भक्तों से दान स्वरूप किराना, अनाज लेकर उसका भोज बनाकर मां को नैवैद्य लगाया जाएगा। मां जगदंबा के आशीर्वाद से मंदिर का कायापालट तेज गति से हो रहा है।
 

Created On :   18 July 2018 6:17 AM GMT

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