क्या आप भी हैं किसी प्राइवेट प्रॉब्लम का शिकार ? ये ऐप करेगा आपकी हेल्प

Now you can share your private problems in emotional wellness app zyego
क्या आप भी हैं किसी प्राइवेट प्रॉब्लम का शिकार ? ये ऐप करेगा आपकी हेल्प
क्या आप भी हैं किसी प्राइवेट प्रॉब्लम का शिकार ? ये ऐप करेगा आपकी हेल्प

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कई बार ऐसी समस्याएं आपके जीवन में आती हैं जिन्हें आप किसी से कह नहीं पाते हैं। धीरे-धीरे आप तनाव लेने लगते हैं, कुंठा का शिकार होने लगते हैं। ऐसे में आप या तो किसी बाबा के चक्कर में पड़ जाते हैं या फिर क्लीनिक्स के चक्कर काटने लगते हैं। ऐसे लोगों को अपनी उलझन दूसरों से शेयर करने में शर्म महसूस होती है। अगर आप भी ऐसा ही कुछ फील कर रहे हैं तो घबराए नहीं आपकी समस्या से आपको निजात दिलाने के लिए ही "जायगो" ऐप लॉन्च किया गया है।

 


इस ऐप की मदद से आप अपनी गुप्त परेशानी का हल पा सकते हैं। ये ऐप आपकी हर बात ध्यान से सुनेगा। इसके साथ ही आपकी प्राइवेसी का भी ध्यान रखेगा। इमोशनल वेलनेस ऐप जायगो को कुछ दिन पहले ही बाजार में लॉन्च किया गया है। ऐप से जुड़े स्टार्टअप ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि इस ऐप ने भावनाओं को तकनीक से जोड़ा है। यह भावनात्मक और मानसिक सेहत से जुड़ी बीमारियों से पीड़ित व्यक्ति की बात पूरे धैर्य से सुनता है।

 

 

बता दें कि इस ऐप के जरिए जो लोग जीवन में कठिन हालातों का सामना कर रहे हैं, वे केवल एक बटन के क्लिक पर जायगो की टीम तक पहुंच सकते हैं। जिसके बाद चैट के जरिए अपनी समस्या का हल भी पा सकते हैं। यह ऐप बिल्कुल व्हाट्सअप की तरह ही काम करेगा। भारत में कहीं से भी यूजर सीधे मनोवैज्ञानिकों के साथ गोपनीय तरीके से कॉल या चैट कर सकते हैं। यूजर इस ऐप को गूगल प्लेस्टोर या एपल ऐप स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। 


इस लिंक पर जाकर आप "जायगो" ऐप को डाउनलोड कर सकते हैं। 

https://play.google.com/store/apps/details?id=com.zyego.androidhl=en


यूजर्स को शुरुआत में यहां 30 मिनट का मुफ्त थेरेपी टाइम दिया गया है, इसके बाद उन्‍हें इस सर्विस के लिए भुगतान करना होगा और ऐप के पेमेंट गेटवे के जरिए टाइम खरीदना होगा। इस सर्विस की लागत 10 रुपये प्रति मिनट है। "जायगो" एप के फाउंडर अरिंदम सेन ने बताया, "इस एप का पूरा जोर गोपनीयता को बरकरार रखते हुए मनोवैज्ञानिकों एवं काउंसलर्स से तत्काल संपर्क कराने पर है, जहां उपयोगकर्ता विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर सकते हैं, क्योंकि यही उनकी बड़ी चिंता है।" 

 

 

एक बार एप डाउनलोड करने के बाद यूजर 300 रुपए प्रति सत्र की शुरुआती दर से शुल्क अदा कर सीधे जायगो की टीम तक पहुंच सकते हैं। 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के कॉलेज के छात्रों को रियायती दरों पर जुड़ने की ऑफर हैं। जायगो व्यक्तिगत और संस्थागत दोनों प्रकार की सदस्यता योजना पेश कर रहा है। यहां सलाह लेने से पहले अपॉइंटमेंट लेने की कोई आवश्यकता नहीं है, इस ऐप पर जितनी जल्दी हो सके मदद उपलब्ध कराई जाएगी। "जायगो" नाम का ये ऐप न केवल आपकी समस्‍याएं सुलझाने में मदद करेगा, बल्‍कि इशारों को समझकर आपके राज को राज ही रहने देगा।


 

Created On :   28 Nov 2017 10:05 AM GMT

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