ODF पंचायत के दो वार्डों में नहीं बने एक भी शौचालय, कलेक्टर के पास पहुंची गांव की महिलाएं

ODF panchayat does not have a single toilet in two wards of umaria village
ODF पंचायत के दो वार्डों में नहीं बने एक भी शौचालय, कलेक्टर के पास पहुंची गांव की महिलाएं
ODF पंचायत के दो वार्डों में नहीं बने एक भी शौचालय, कलेक्टर के पास पहुंची गांव की महिलाएं

डिजिटल डेस्क, उमरिया। जिले के ओडीएफ होने से पहले ही मैदानी क्षेत्रों में अधिकारियों की कारगुजारियां सामने आना शुरु हो चुकी हैं। शुक्रवार को दो दर्जन महिलाओं ने कलेक्टर से मिलकर इस संबंध में शिकायत की है। आरोपित किया है कि ग्राम पंचायत किरनताल के दो वार्ड (9 और 10) में एक भी शौचालय का निर्माण नहीं हुआ। बिना शौचालय के ही पंचायत को ओडीएफ भी कर दिया गया। मामला कलेक्टर तक पहुंचने पर उन्होंने जांच के लिए निर्देशित किया है। शुक्रवार शाम कलेक्ट्रेट पहुंची महिलाओं में गोमती सिंह, अनीता, प्रभा, कुसुम, भावना, रोशनी, कांती, निर्मला सहित अन्य महिलाओं ने कलेक्टर माल सिंह से मुलाकात की। उन्होंने बताया पंचायत के जनप्रतिनिधि व अधिकारी उनके आवेदन पर रूचि नहीं लेते। 2013 में हुए सर्वे के बाद गांव में शौचालय निर्माण  का कार्य शुरु हुआ था। पहली सूची में वार्ड क्रमांक नौ व दस के हितग्राहियों के साथ भेदभाव किया गया। दोनो जगह से एक भी हितग्राहियों को शौचालय का लाभ नहीं दिया गया। कहीं पोर्टल बंद तो कहीं दोबारा सर्वे का आश्वासन देकर तीन साल बिता दिए गए।


आवास में भी अनदेखी
शिकायतकर्ता पहुंची महिलाओं के अनुसार यह अनदेखी शौचालय के साथ अन्य हितग्राही मूलक योजनाओं में हुई। गांव में 220 आवास प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए स्वीकृत हुए। इस सूची में भी दोनों वार्डों के लोगों को लाभ नहीं मिला। यही हाल राशन कार्ड, बिजली व पेजल संबंधी अन्य आवेदनों का होता है। महिलाओं ने बताया उन्होंने इस संबंध में कई शिकायत जनपद व जिला पंचायत में की। जांच अधिकारी गांव पहुंचने पर न जाने क्या कर देते हैं। दोषियों पर आज भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। न ही पात्र लोगों को लाभ मिल पा रहा है।


सचिव ने कहा भेजा है फिर से प्रस्ताव
पंचायत सचिव ने बताया गांव में 2013 के बेस लाइन सर्वे के बाद 242 शौचालय का निर्माण का लक्ष्य था। 31 अगस्त 2018 को हमने यह कार्य पूर्ण कर लिया। यही नहीं बाजे-गाजे के साथ ओडीएफ की घोषणा भी हुई। दोनों वार्डों में शौचालय निर्माण के दौरान हितग्राहियों के नाम कम थे। इसलिए फिर दोबारा से प्रस्ताव भेजा रहा है। किरनताल ग्राम पंचायत करकेली जनपद में आती है। जिला मुख्यालय से महज 5 किमी. दूर इस अनदेखी से स्पष्ट तौर पर अधिकारियों द्वारा किस कार्यशैली से काम किया गया है।


इनका कहना है
इस संबंध में महिलाओं की शिकायत मुझे मिली है। जांच के निर्देश जारी कर रिपोर्ट मंगवाई गई है।
माल सिंह कलेक्टर उमरिया।

 

Created On :   5 Oct 2018 2:14 PM GMT

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