नोटबंदी: गडकरी बोले काले धंधे वाले मचा रहे शोर, दानवे ने विपक्ष पर साधा निशाना

one year of demonetisation: nitin gadkari commented on Opposition
नोटबंदी: गडकरी बोले काले धंधे वाले मचा रहे शोर, दानवे ने विपक्ष पर साधा निशाना
नोटबंदी: गडकरी बोले काले धंधे वाले मचा रहे शोर, दानवे ने विपक्ष पर साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, मुंबई/पुणे। नोटबंदी की पहली वर्षगांठ पर बुधवार को विपक्ष ने जहां श्राद्ध दिवस मनाया। वहीं मोदी सरकार के मंत्री नोटबंदी के फायदे गिनाने के लिए सामने आए। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि अगले दो-तीन वर्षों में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को ज्यादा नए नोटों छापने की जरूरत नहीं पड़ेगी। क्योंकि नोटबंदी के फैसले के बाद डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर देश तेजी से बढ़ रहा है। गडकरी ने बताया कि नोटबंदी के बाद डिजिटल लेनदेन में 58 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। करीब 3.3 लाख करोड़ रुपए के 110 करोड़ ट्रांजेक्शन हुए हैं। जिसमें क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के माध्यम 3.2 लाख करोड़ रुपए के 240 करोड़ ट्रांजेक्शन शामिल हैं। 

डिजिटल भुगतान में 58 प्रतिशत की बढ़ोतरी 

बुधवार को भाजपा की तरफ से मनाए जा रहे काला धन विरोधी दिवस पर गडकरी ने कहा कि होटल, सब्जी बाजार और चाय की दुकानों में लोग नकदी रहित लेनदेन कर रहे हैं।  डिजिटल अर्थव्यवस्था की बढ़ोतरी देश के लिए अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि कि नोटबंदी और जीएसटी के कारण देश की अर्थ व्यवस्था मजबूत हुई है। कालाधन रखने वालों को नुकसान हुआ है। दो नंबर के धंधे वाले और उनके समर्थक नेता ही परेशान हैं। वे ही शोर मचा रहे हैं। उनका दुख स्वभाविक है। गडकरी ने बताया कि कोलकाता पोर्ट में पेंशन लेने वाली की संख्या 10 हजार थी पर आधार कार्ड आधारित बैंकों में पेंशन देने की शुरुआत करने पर 4 हजार लोग पेंशन मांगने नहीं आए। इसका मतलब जो पेंशन ले रहे थे वे मरे हुए लोगों के नाम में पेंशन उठा रहे थे। 

राहुल को रोने दो

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की आंसू वाली शायरी पर गडकरी ने कहा कि राहुल को जितना रोना है रोने दो। उनका दुख और दर्द यह है कि कांग्रेस के हाथ से सत्ता निकल गई है। पार्टी बेरोजगार हो गई है। आप (मीडिया) को उन्हें इतना महत्व नहीं देना चाहिए। गडकरी ने कहा कि जैसे-जैसे बीतेंगे, वैसे-वैसे समस्याओं का समाधान हो जाएगा। गडकरी ने बताया कि साल 2016 में विभिन्न मूल्यों के पकड़े गए जाली नोटों की संख्या 8 लाख 6 हजार 380 थी। साल 2017 के पहले छह महीने में 1 लाख 28 हजार 191 नकली नोट जब्त हुए। गुप्तचर एंजेसियों ने बताया कि नवंबर 2016 के बाद बड़े जाली नोट नहीं पकड़े गए हैं। 

गडकरी ने बताया कि जवाहर लाल नेहरु पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) में विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) शुरू किया जा रहा है। इसके लिए 40 कंपनियों ने आवेदन दिया है। एसईजेड में आने वाली कंपनियों के जरिए दो सालों में 1.25 लाख लोगों को रोजगार देंगे। कोंकण के रायगड जिले के युवाओं को सबसे ज्यादा मौका मिलेगा। उन्होंने बताया कि एक विदेशी इलेक्ट्रॉनिक कंपनी ने 300 एकड़ जमीन मांगी है। यह कंपनी दो साल में 6 हजार करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे 40 हजार युवकों को रोजगार मिलेगा।

नोटबंदी के बाद संदिग्ध 18 लाख खातों की हुई जांच पूरी
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सांसद रावसाहब दानवे ने औरंगाबाद में एक कार्यक्रम में कहा कि नोटबंदी के बाद संदिग्ध 18 लाख खातों की जांच पूरी हो चुकी है। हालांकि अलग अलग खातों में दो लाख 89 हजार करोड़ रुपए नकद जमा करने की जांच शुरू है। उन्होंने बताया कि देशभर में 800 करोड़ की संपत्ति जब्त की गई है। दानवे ने कहा कि पठानकोट में हुए हमले के लिए काला पैसा दिया गया था, यह बात स्पष्ट हो चुकी है। दानवे ने दावा किया कि नोटबंदी से व्यापारियों में कुछ असंतोष था, लेकिन अब नहीं है। शिवसेना के समर्थन वापसी पर दानवे ने कहा कि सरकार स्थिर है, पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करेगी। शरद पवार और उद्धव ठाकरे की भेंट पर भी उन्होंने कहा कि राज्य का कोई भी नेता किसी से मिल सकता है, इसमें गलत कुछ नहीं है।

इस विषय पर रहे मौन
जालना की दो स्टील कंपनियों पर हाल ही में नाशिक और औरंगाबाद के आयकर विभाग ने छापा मारा था। इस दौरान 60 करोड़ रुपए का काला धन जब्त किया गया। हालांकि इस विषय पर सांसद दानवे मौन रहे। राज्य सरकार द्वारा जिला बैंकों के विलीनीकरण के सवाल पर दानवे ने कहा कि कुछ सहकारी बैंकों में काफी पैसा जमा है। उन्होंने नाशिक और जलगांव बैंक का उदाहरण देते कहा कि इन दोनों बैंकों में अचानक इतना पैसा कहां से आया, ये पैसा किसका है, इसे लेकर जांच होनी चाहिए।

पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस ने निकाला मार्च
उधर पुणे में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी नोट बंदी के निर्णय का जश्न मना रही है। जो ठीक नहीं लग रहा। इसके विरोध में महात्मा फुले सब्जी मंडी से जिलाधिकारी कार्यालय तक राकांपा ने मोर्चा निकाला। जिसमें सांसद सुप्रिया सुले, सांसद वंदना चव्हाण उपस्थित थीं। इस दौरान पवार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोट बंदी का निर्णय लेकर काला धन बाहर आने का दावा किया था। लेकिन इसे लेकर अबतक आंकड़ें घोषित नहीं किए गए। इसलिए इसपर सवाल उठने लगा है। प्रधानमंत्री ने दो हजार रूपयों का नोट लाया। लेकिन उसके कारण भ्रष्टाचार अधिक बढ़ा है। एक साल बाद इस निर्णय का भाजपा जश्न मना रही है। जिसपर बुरा लगता है। इसके अलावा कांग्रेस ने नोट बंदी के विरोध में जनाक्रोश आंदोलन किया गया। दूसरी ओर लक्ष्मी रोड पर मानवी श्रृंखला कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।

 

 

 

 

Created On :   8 Nov 2017 5:47 PM GMT

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