थाईलैंड: रेस्क्यू ऑपरेशन का पहला चरण खत्म, अब तक 4 बच्चे गुफा से निकाले गए
डिजिटल डेस्क, बैंकाक। 23 जून से थाईलैंड की लुआंग गुफा में फंसे 12 बच्चों और उनके फुटबॉल कोच को बाहर निकालने के लिए चलाए जा रहे रेस्क्यू ऑपरेशन का पहला चरण पूरा हो गया है। पहले चरण में 4 बच्चों को गुफा से बाहर निकाला गया है। गुफा में अभी भी 8 बच्चे और उनके कोच फंसे हुए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन का अगला चरण 10 से 20 घंटों के अंदर शुरू किया जाएगा। फिलहाल रेस्क्यू किए गए चारों बच्चों को एयरलिफ्ट कर हॉस्पिटल ले जाया गया है।
Thai official heading the cave rescue says the next phase of the operation to start in 10-20 hours: The Associated Pres
— ANI (@ANI) July 8, 2018
बता दें कि बच्चों को बचाने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन में 18 गोताखोर की एक टीम बनाई गई है। इसमें 13 विदेशी गोताखोर और थाइलैंड नेवी सील के 5 गोताखोर शामिल हैं। चियांग राय प्रांत के गवर्नर ने बताया है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान हर बच्चे के साथ दो गोताखोर होंगे, जो उन्हें अंधेरे और पानी से भरे सकरे रास्ते को पार करने में मदद करेंगे।
ये खिलाड़ी 23 जून से इस गुफा के भीतर फंसे हैं, जिसके चारों ओर पानी भरा है। बच्चों को बाहर लाने के लिए भारतीय समय के अनुसार सुबह साढ़े आठ बजे 18 गोताखोर गुफा के अंदर गए। अधिकारियों ने बताया कि गोताखोरों की ये टीम दो से तीन दिन में बच्चों को बाहर ले आएगी।
बच्चों को सुरक्षित वापस लाने के लिए गोताखोर की टीम ने जो प्लान बनाया है उसके तहत गोताखोर ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर तैरते हुए अंदर जा रहे हैं। बच्चों तक पहुंचने में गोताखोरों को 6 से 7 घंटे का वक्त लग रहा है, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती बच्चों को वहां से निकालकर लाना होगा। बच्चों के लिए सिलेंडर के साथ इतने लंबे वक्त तक तैरना मुमकिन नहीं होगा। साथ ही बच्चे काफी थके हुए हैं और खाने की कमी की वजह से कमजोर भी हो गए हैं। ऐसे में अगर बारिश की वजह से पानी का स्तर बढ़ जाता है तो बच्चों को निकालना मुश्किल होगा।
बचाव दल ने गुफा के ऊपर पहाड़ पर चिमनियां बनाकर बच्चों को बाहर निकालने की कोशिश पर भी काम करना शुरू कर दिया है। इसके लिए 100 से ज्यादा चिमनियां तैयार की गई हैं। इन्हें 400 मीटर गहाराई तक डाला जाएगा लेकिन इस काम में दिक्कत यह है कि अभी तक बच्चों की लोकेशन का सटीक पता नहीं लगाया जा सका है। गुफा की गहराई इससे ज्यादा भी हो सकती है।
एक दिन पहले ही गवर्नर नरोंगसाक ने कहा था कि गुफा में ऑक्सीजन की कमी के चलते उनके पास बच्चों को निकालने के लिए 3 से 4 दिन का समय है। वरना वहां कॉर्बनमोनोऑक्साइड की मात्रा बढ़ने से बच्चों का खून जहर में तब्दील होने का खतरा रहेगा। रविवार को भी उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ज्यादातर रास्ता अभी पैदल पार किया जा सकता है, इसलिए आज का दिन ऑपरेशन शुरू करने के लिए उपयुक्त है।
Created On :   8 July 2018 7:24 AM GMT