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खदान बंद करने के निर्णय का विरोध - एसडीएम और महाप्रबंधक को सौंपा ज्ञापन
डिजिटल डेस्कछिंदवाड़ा/जुन्नारदेव-। कन्हान क्षेत्र की भवानी माईंस में कोल प्रोडक्शन बंद होने के बाद अब मोआरी माईंस में भी 1 अप्रैल से वेकोलि प्रबंधन कोल प्रोडक्शन बंद करने जा रहा है। जिसका पूरे कोयलांचल में विरोध में हो रहा है। इसी क्रम में माईंस को बंद होने से बचाने के लिए जुन्नारदेव नगर के व्यापारियों ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। व्यापारियों ने मोआरी माईंस को संचालित रखने, नवीन परियोजनाओं को शीघ्र प्रारंभ करने और जीएम कार्यालय को पेंच में मर्ज करने के निर्णय को शीघ्र वापिस लिए जाने संबंधी मांगो को लेकर गुरूवार को एसडीएम रोशन राय और महाप्रबंधक प्रमोद कुमार चौधरी को ज्ञापन सौंपा।
निर्णय वापस लेने की मांग
ज्ञापन के बारे में जानकारी देते हुए अधिवक्ता प्रदीप शर्मा ने बताया की हमने एसडीएम और वेकोलि जीएम को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र प्रबंधन के निर्णय को वापिस लिए जाने की मांग की है। यदि शीघ्र वेकोलि प्रबंधन इस निर्णय को वापिस नहीं लेता तो व्यापारी सडक पर उतरकर शीघ्र आंदोलन करेंगे। एसडीएम और वेकोलि जीएम को ज्ञापन सौंपने नपाध्यक्ष पुष्पा रमेश साहू, प्रदीप शर्मा, तरूण उपाध्याय, विनोद कुमार जुनेजा, अखिलेश शुक्ला, अशोक विश्वकर्मा, दर्शन मिगलानी, जितेंद्र अग्रवाल सहित बडी संख्या में व्यापारी पहुंचे थे।
कर्मचारियों पर लटकी स्थानांतरण की तलवार
वेकोलि के इस निर्णय के कारण कन्हान क्षेत्र में कार्यरत लगभग 1200 कर्मचारियों पर स्थानांतरण की तलवार लटक गयी है। यदि इन कर्मचारियों का स्थानांतरण होता है, तो इसका सीधा असर शहर के व्यवसाय पर पडेगा। जिसको देखते हुए व्यापारी भी अब माईंस को बंद होने से बचाने के लिए आंदोलन की राह पर है।
कोयलांचल की खदानों को बंद होने से बचाने के लिए कांग्रेस भी चरणबद्ध आंदोलन की राह पर है। वर्तमान में कांग्रस माईंस के मुहाने पर जनसभा का आयोजन कर 27 मार्च को इस निर्णय के विरोध स्वरूप निकाली जा रही वाहन रैली में कामगारों को प्रेरित कर रही है। कांग्रेस के पदाधिकारियों ने भी माईंस को यथावत रखे जाने तक चरणबद्ध आंदोलन करने की बात कही है।
Created On :   22 March 2018 2:28 PM GMT