टैंक को तबाह करने वाला बम हाथ में ही फटा जबलपुर के आयुध कर्मी की पठानकोट में मौत

Ordinance Factory Khamaria employee killed during bomb testing
टैंक को तबाह करने वाला बम हाथ में ही फटा जबलपुर के आयुध कर्मी की पठानकोट में मौत
टैंक को तबाह करने वाला बम हाथ में ही फटा जबलपुर के आयुध कर्मी की पठानकोट में मौत

डिजिटल डेस्क जबलपुर। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया के एक कर्मचारी की पठानकोट (पंजाब) में बम की टेस्टिंग के दौरान मौत हो गई। हादसा दोपहर तकरीबन 3:30 बजे उस वक्त हुआ जब आयुध कर्मी बम की गेज सेटिंग चैक कर रहे थे। हादसे में अजय पाण्डे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन अन्य कर्मचारी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। हादसे की खबर लगते ही ओएफके से अधिकारियों की टीम पठानकोट के लिए रवाना कर दी गई है। ओएफके में सेक्शन एफ-3 में पदस्थ लाइन मिस्त्री 35 वर्षीय अजय को सप्ताह भर पहले ही पठानकोट स्थित आर्मी की ऊंचीपुड़ी आर्डनेंस डिपो में भेजा गया। उनके साथ तीन अन्य कर्मचारी भी रवाना किए गए। कर्मियों की टीम मंगलवार की दोपहर रोज की तरह 40 एमएम एल-70 बमों का गेज सैट कर रही थी।

विस्फोट इतना भीषण रहा कि अजय को अस्पताल ले जाने तक का मौका नहीं मिल पाया। तीन अन्य कर्मियों की हालत गंभीर- सेना के अफसरों ने तत्काल मौके पर पहुंचकर सभी कर्मियों को अस्पताल रवाना किया। घायलों में ओएफके के सुखलाल पटेल, दिलीप साहू, आरके शर्मा शामिल हैं। इनमें से एक कर्मचारी की हालत ज्यादा चिंताजनक बताई जा रही है। मृतक के शव को दसुआ शहर के अस्पताल में रखा गया है। मुरादनगर निवासी अजय यहां अपनी पत्नी और ससुर के साथ रह रहे थे। विशेषज्ञों का कहना है कि कभी-कभी बम के पिछले आवरण पर चोट लगने से बम के भीतर मौजूद प्राइमर गर्म हो जाता है, भीतरी तापमान में बढोत्तरी के साथ रासायनिक क्रिया शुरू हो जाती है और इसके बाद डेकोनेटर विस्फोट की प्रक्रिया को बढ़ा देता है। 

इनका कहना है 
प्रशासनिक और भावनात्मक तौर पर निर्माणी प्रशासन सहयोग कर रहा है। परिजनों के साथ जबलपुर से भी टीम रवाना की गई है। घटना बेहद अफसोसजनक है। पूरे मामले की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है।
बीपी मिश्रा, एजीएम, ओएफके
 

Created On :   16 May 2018 8:52 AM GMT

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