इस नवयुवक के अंगदान से पांच लोगों को मिला जीवनदान

organ Donation by a boy. he gave new life
इस नवयुवक के अंगदान से पांच लोगों को मिला जीवनदान
इस नवयुवक के अंगदान से पांच लोगों को मिला जीवनदान

डिजिटल डेस्क, वर्धा। सड़क हादसे में कोमा में जा चुके एक मरीज ने अंगदान के महत्त्व को समझकर 5 लोगों को जीवनदान दिया। ब्रेन डेड एक व्यक्ति का हार्ट ग्रीन कारिडोर से मुंबई भेजा गया। ऑपरेशन की शुरुआत करने वाले सावंगी मेघे स्थित दत्ता मेघे आयुर्विज्ञान संस्था और ह़ॉस्पीटल में शुक्रवार की शाम सफल ऑपरेशन हुआ। इसके लिए शुक्रवार की देर शाम वर्धा से नागपुर के बीच दूसरी बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया और सावंगी मेघे अस्पताल से मरीज के हार्ट (दिल) को मुंबई तथा लीवर व एक किडनी को पुणे भेजने के लिए डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय एअरपोर्ट तक पहुंचाया गया।

गौरतलब है कि कुछ समय पहले यवतमाल जिले के निवासी अश्विन विलास बनसोड (26) एक सड़क हादसे में घायल हो गए थे जिसके बाद उन्हें सावंगी मेघे के आचार्य विनोबा भावे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस हादसे में उनके सर पर गहरी छोटे आईं थी जिसके बाद वे कोमा में चले गए थे। अश्विन का इलाज कर रहें डॉक्टर्स ने पाया कि उनके ब्रेन ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया है, और उनका ब्रेन डेड हो चुका है जबकि बाकी शरीर के सभी पार्ट सुरक्षित हैं। अश्विन को बचाने की हर तरह की कोशिशों के बाद डॉक्टर्स ने अश्विन के शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को दान करने की सलाह दी। अंगदान के महत्व को समझकर अश्विन के परिजनों ने यह सलाह मान ली और अंगदान के लिए मान गए। 

पार्ट्स की जरुरत वाले मरीजों में मुंबई के फोर्टीस अस्पताल के भर्ती एक मरीज के लिए हार्ट और पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के एक मरीज को लीवर और एक मरीज को किडनी ट्रांसफर किया जाना तय हुआ। जरूरतमंद मरीजों को चिन्हित करने के साथ ही अंगदान को स्वीकारने मुंबई से ह्दय सर्जन डॉ. अन्वय मुले, डॉ. समीर शेट्टी व डॉ.संदीप सिन्हा और पुणे के लीवर प्रत्यारोपण विशेषज्ञ डॉ. वृषाली पाटील और किडनी प्रत्यारोपण के लिए वोकहार्ट अस्पताल (नागपुर) के डॉ. संजय कोलते व डॉ. समीर चौबे 6 अक्तूबर को ऑपरेशन के जरिए अश्विन के हृदय, लीवर और दोनों किडनियों सहित नेत्र निकाले गए। एक किडनी और नेत्र को सावंगी मेघे अस्पताल में ही भर्ती जरूरतमंद मरीजों में प्रत्यारोपित करने के साथ ही वर्धा से नागपुर के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाते हुए हृदय, लीवर और एक किडनी को मुंबई और पुणे रवाना करने के लिए नागपुर एयरपोर्ट रवाना किया गया। इन बेहद महत्वपूर्ण अंगों को लेकर वर्धा से निकला वाहन महज 50 मिनट में नागपुर पहुंचा, जहां से अश्विन का हार्ट मुंबई और लीवर और एक किडनी दो लोगों को जीवनदान देने के लिए पुणे भिजवाए गए। 
 

Created On :   7 Oct 2017 1:48 PM GMT

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