आतंकियों पर स्टॉम्प: पाक विदेश मंत्री बोले- कश्मीर में हजारों लड़ रहे हैं, वे सभी आतंकी नहीं

Pak Foreign Minister comment on cancellation of india-pak talk
आतंकियों पर स्टॉम्प: पाक विदेश मंत्री बोले- कश्मीर में हजारों लड़ रहे हैं, वे सभी आतंकी नहीं
आतंकियों पर स्टॉम्प: पाक विदेश मंत्री बोले- कश्मीर में हजारों लड़ रहे हैं, वे सभी आतंकी नहीं
हाईलाइट
  • 'कश्मीर में लड़ने वाला हर शख्स आतंकी नहीं'
  • 'बातचीत की पहल करने का मतलब यह नहीं कि हम कमजोर हैं।'
  • 'सुषमा स्वराज की भाषा और लहजा एक विदेश मंत्री की तरह कतई नहीं था'
  • शांतिवार्ता रद्द होने पर पाक विदेश मंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत सरकार पर साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। कश्मीर में मारे गए 20 आतंकियों के नाम पर पाकिस्तान द्वारा पोस्टल स्टाम्प जारी करने के मामले में पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने अपनी सरकार के इस कदम को सही ठहराते हुए कहा है कि कश्मीर में हजारों लोग भारत के खिलाफ लड़ रहे हैं, उनमें से सभी लोग आतंकी नहीं है। कुरैशी ने यह बयान वाशिंगटन में पाक दूतावास में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया। वे यहां भारत द्वारा पाकिस्तान के बातचीत के प्रस्ताव को रद्द करने के पीछे बताए गए कारणों पर जवाब दे रहे थे।

कुरैशी ने कहा, "मुद्दों को छिपाने से वे गायब नहीं होते। इन्हें हल करना होता है। कश्मीर मुद्दे का भी समाधान जरुरी है। भारत ने पाकिस्तान से शांतिवार्ता ठुकरा कर सही निर्णय नहीं लिया। इससे कश्मीर की परिस्थितियों में कोई सुधार नहीं होगा।"

कुरैशी ने इस दौरान भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "सुषमा स्वराज की भाषा और लहजा एक विदेश मंत्री की तरह कतई नहीं था। हम अपने पड़ोसियों से ऐसी नॉन-डिप्लोमेटिक भाषा की उम्मीद नहीं कर रहे थे। हमारी प्रतिक्रिया परिपक्व और मापी-तौली हुई थी लेकिन हमारे पड़ोसी ने फिर अपने कदम पीछे खींच लिए।"

भारत-पाक सीमा पर फैली अशांति पर युद्ध की संभावना से जुड़े एक प्रश्न के जवाब में कुरैशी ने कहा "युद्ध की बात कौन करता है? हम तो बिल्कुल नहीं करते। हम शांति, स्थायित्व, रोजगार और जीवन स्तर में सुधार चाहते हैं।" कुरैशी ने यह भी कहा कि पाकिस्तान द्वारा शांतिवार्ता के प्रयास को कमजोरी के रूप में नहीं देखना चाहिए।

गौरतलब है कि शुक्रवार को ही भारत ने पाकिस्तान के बातचीत के प्रस्ताव को नकार दिया था। भारत ने यह फैसला पाकिस्तान की ओर से आतंकवादी बुरहान वानी समेत 20 आतंकियों के महिमामंडन करने वाले पोस्टल स्टाम्प जारी किए जाने और शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में 3 पुलिसकर्मियों और बीएसएफ के एक जवान की बर्बर हत्या को लेकर लिया था। बता दें कि यह बैठक दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर होनी थी। पाकिस्तान से इसके लिए प्रस्ताव आया था। पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने पीएम मोदी को पत्र लिखा था। पत्र में उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के बीच मीटिंग कराने का जिक्र किया था। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के आग्रह पर विदेश मंत्रियों के बीच बैठक को मंजूरी दी थी।

Created On :   24 Sep 2018 12:57 PM GMT

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