पन्ना राजपरिवार में शोक -महाराजा की सबसे छोटी पुत्री चंद्रकुमारी का निधन

panna Maharajas youngest daughter, Chandkumari passes away
पन्ना राजपरिवार में शोक -महाराजा की सबसे छोटी पुत्री चंद्रकुमारी का निधन
पन्ना राजपरिवार में शोक -महाराजा की सबसे छोटी पुत्री चंद्रकुमारी का निधन

डिजिटल डेस्क  पन्ना। पन्ना रियासत के अंतिम शासक महाराजा स्वर्गीय यादवेन्द्र सिंह जू देव की सबसे छोटी पुत्री श्रीमती चंद्रकुमारी रघुवंशी का आज दोपहर 1 बजे पन्ना के समीप स्थित मानस स्थली नन्दीग्राम लक्ष्मीपुर में निधन हो गया वे 89 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुकी थी। दिवंगत श्रीमती चंद्रकुमारी रघुवंशी की अंतिम इच्छा के अनुसार उनकी समाधि कल 24 मार्च को सुबह मानस स्थली लक्ष्मीपुर में होगी। जिसमें शामिल होने के लिये ज्योतिषपीठाधीस्वर जगतगुरू शंकराचार्य जी महाराज श्रीवासुदेवानन्द सरस्वती महाराज विशेष रूप से पहुंचेगे।
सेवा को समर्पित था जीवन
स्वर्गीय महाराज यादवेन्द्र सिंह की पुत्री श्रीमती चंद्रकुमारी रघुवंशी का विवाह उत्तरप्रदेश में हुआ था किंतु ससुराल में संबंध सही होने के चलते कुछ ही दिन बाद महाराज यादवेन्द्र सिंह उन्हे पन्ना लेकर आ गये। पन्ना में रहते हुये महाराज कुमारी श्रीमती रघुवंशी ने अपने जीवन को आध्यात्म के साथ जोड़ते हुये ईश्वरीय सेवा समार्पित कर दिया और अपनी संपूर्ण सम्पत्ति जिसमें लक्ष्मीपुर स्थित आराजी भवन, मशीनरी इत्यादि वनवासी रामसिया जी, भरत जी, लक्ष्मण जी, शत्रुघन जी, हनुमान जी वटमहादेव के लिये संरक्षित करते हुये ज्योतिषपीठाधीस्वर जगतगुरू शंकराचार्य जी महाराज वासुदेवानंद सरस्वती जी को सकल न्यासी बना कर सौप दिया। पन्ना शहर स्थित उत्सव भवन श्रीमती चंद्रकुमारी रघुवंशी मानस विज्ञान ट्रस्ट को वसीयती दान कर दिया गया था। बैंक के सभी खातों में शंकराचार्य जी महाराज को उनकी मृत्यु के बाद संचालित कराने की व्यावस्था कर रखी थी। आध्यात्मिक जीवन से सन्यासनी एवं संत के रूप में अपना सब कुछ समार्पित करने वाली महारा स्वर्गीय यादवेन्द्र सिंह की पुत्री अपने जीवन के अंतिम समय लगभग 4 साल से पन्ना राजमंदिर पैलेस छोड़ कर मानस वट लक्ष्मीपुर स्थित पर्णकुटी मंदिर में रहते हुये ईश्वर भक्ति मेंं निरंतर लीन हो गयी थी और आज अपने इस नश्वर शरीर को छोड़ कर परम तत्व में विलीन हो गयी। दिवंगत श्रीमती चंद्रकुमारी रघुवंशी द्वारा मानस स्थली लक्ष्मीपुर में अपने करीबियों को यह बता दिया था कि वह बहुत जल्द ही इस शरीर को छोड़ देगी।
शंकराचार्य जी की उपस्थिति में होगी समाधि
श्रीमती चंद्रकुमारी रघुवंशी द्वारा अपना सब कुछ ईश्वर के प्रति समार्पित कर दिया था। मोह-माया से मुक्त हो कर साध्वी जीवन जीते हुये श्रीमती चंद्र कुमारी द्वारा यह इच्छा जाहिर की थी कि उनकी समाधि उन्हे समाधि मानस स्थल नंदीग्राम में ही दी जाये। उनकी इच्छा के अनुसार  24 मार्च को सुबह उनकी समाधि यात्रा लक्ष्मीपुर स्थित मानस वट में होगी। श्रीमति चंद्रकुमारी रघुवंशी जी के देहावसान होते हुये ब्रम्हलीन होने की सूचना मिलते ही पन्ना राजपरिवार के सदस्यगण राजमाता दिलहर कुमारी, महाराज लोकेन्द्र सिंह सहित राजपरिवार के सदस्य गण सहित उनके अधिवक्ता रामलखन त्रिपाठी तथा उनसे जुड़े लोग मानस वट पहुंच चुके है। श्रीमती रघुवंशी के देहावसान होने की सूचना प्राप्त होते ही गाजियाबाद उत्तरप्रदेश से ज्योतिषपीठाधीस्वर जगतगुरू शंकराचार्य जी महाराज वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज पन्ना के लिये रवाना हो गये।

 

Created On :   23 March 2018 2:23 PM GMT

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